कोरोना की दूसरी लहर का कहर धीरे-धीरे कम होने के बाद सभी जरूरी गतिविधियों को बहाल किया जा रहा है. ज्यादातर राज्यों में स्कूल-कॉलेजों को भी खोला जा चुका है. लंबे इंतजार के बाद अब महाराष्ट्र (Maharashtra) की उद्धव सरकार ने प्राइमरी स्कूलों को खोलने के लिए हरी झंडी दिखा दी है.
गुरुवार को सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में प्राइमरी स्कूल खोलने (Primary School Reopen) के संबंध में बड़ा फैसला लिया. महाराष्ट्र में अब 1 दिसंबर से पूरे राज्य में प्राइमरी स्कूल खोल दिए जाएंगे. सरकार ने स्कूलों को कोरोना नियमों के साथ स्कूल खोलने के निर्देश दिए हैं. इस बात की जानकारी महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने दी.
वर्षा गायकवाड ने कहा, ‘मुख्यमंत्री, कैबिनेट और पीडियाट्रिक टास्क फोर्स के साथ चर्चा के बाद राज्य कैबिनेट ने 1 दिसंबर से ग्रामीण क्षेत्रों में पहली से चौथी और शहरी क्षेत्रों में पहली से 7वीं तक के स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है. हम स्कूलों की सुरक्षित बहाली के लिए प्रतिबद्ध हैं.
इससे पहले राज्य की कोरोना संबंधित चाइल्ड टास्क फोर्स ने भी मंगलवार को एक बड़ी बैठक की थी. टास्क फोर्स की तरफ से भी प्राइमरी स्कूलों को खोलने के लिए हरी झंडी दिखा दी गई थी. इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी कहा कि अगर सावधानी और नियमों का पालन किया जाता है तो फिर स्कूल खोलने में किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं है.
बता दें कि मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में 8वीं से 12वीं तक की कक्षाएं पहले से ही शुरू हैं. वहीं, राज्य के कई ग्रामीण इलाकों में 5वीं से 12वीं तक की कक्षाएं भी बहाल हो चुकी हैं. सरकार के आज के फैसले का यह मतलब है कि राज्य में अब सभी क्लास के स्कूल खोल दिये गए हैं.