मुंबई, 01 फरवरी । उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने गुरुवार को संसद में पेश अंतरिम बजट को विकसित भारत के संकल्प का वादा करने वाला बताया है। अंतरिम बजट में सभी तत्वों विशेषकर महिलाओं, किसानों, गरीबों, युवाओं और मध्यम वर्ग पर विशेष ध्यान देने का प्रयास किया गया है।
देवेंद्र फड़णवीस ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा कि अंतरिम बजट में 1 करोड़ परिवारों को सोलर सिस्टम उपलब्ध कराकर 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने का संकल्प लिया गया है। गरीबों, झुग्गीवासियों, मध्यम वर्ग को अपना घर देने के लिए योजना बनायी जायेगी। 1 लाख करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त फंड बनाकर युवाओं के लिए आरक्षित करने का निर्णय बहुत क्रांतिकारी है। इससे हमारे युवा काफी हद तक उद्यमी बनेंगे। इससे रिसर्च और स्टार्टअप इकोसिस्टम को काफी बढ़ावा मिलेगा।
देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि ‘लखपति दीदी’ कार्यक्रम के जरिए 3 करोड़ बहनों को करोड़पति बनाने का भी संकल्प लिया गया है। महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 9 करोड़ महिलाओं को अर्थव्यवस्था के केंद्र में लाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सड़क, रेलवे, इंफ्रास्ट्रक्चर पर 11 लाख करोड़ का निवेश किया जा रहा है, जिससे विकास को काफी बढ़ावा मिलेगा। इस निवेश से बुनियादी ढांचा तैयार होने के साथ ही रोजगार भी बढ़ेगा। नैनो डीएपी की अवधारणा किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने भी कहा कि अंतरिम बजट में किसानों की कीमतों और सीधे बाजार संपर्क के लिए विभिन्न योजनाओं की घोषणा की गई है। यह एक अंतरिम बजट है, जो विकास की दिशा बताता है लेकिन साथ ही वित्तीय अनुशासन भी बनाए रखता है। विकसित भारत का रोडमैप पूर्णकालिक बजट से आएगा, यह बजट आत्मविश्वास बढ़ाने वाला भी है।