मुंबई, 11 अप्रैल । महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने कहर मचा रखा है। इससे प्रभावित किसानों को सात दिनों के अंदर मुआवजा देने की घोषणा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने मंगलवार को अहमदनगर के पारनेर तहसील में हुए नुकसान का जायजा लिया। इस तहसील के वनकुटे गांव में हाल ही में तूफानी हवा, ओलावृष्टि सहित हुई बादल फटने के सदृश बारिश से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।
किसानों से मिलने वनकुटे गांव पहुंचे मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि एक भी किसान मदद से वंचित नहीं रहेगा, इसके लिए युद्ध स्तर पर पंचनामा करके एक सप्ताह में किसानों के खाते में आर्थिक मदद वितरित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने वनकुटे गांव के किसानों और ग्रामीणों से संवाद स्थापित किया। उनकी समस्याओं को समझ कर नुकसान पहुंचे घरों को अस्थाई तौर पर आज से ही बनाने का आदेश दिया।
वनकुटे में नुकसान पहुंचे घरों के 22 परिवारों को शबरी घरकुल योजना के माध्यम से तत्काल पक्के घर उपलब्ध कराने की सूचना मुख्यमंत्री शिंदे ने इस अवसर पर दी। बारिश से वनकुटे गांव के घरों को नुकसान पहुंचा है। प्याज, तरबूज, टमाटर, ग्रीष्मकालीन मूंगफली, मक्का, घास जैसी चारा वाली फसलें जमींदोज हो गईं हैं।
मुख्यमंत्री ने नुकसान ग्रस्त खेतों का जायजा लिया। प्याज, मिर्ची, अनार, संतरा, आम को हुए नुकसान का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण कर नुकसान की जानकारी ली।उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि यह सरकार आम किसानों की है। किसानों के साथ सरकार पूरी मजबूती के साथ खड़ी है। लगातार पांच दिन तक 10 मिलीमीटर तक गिरने वाली बारिश को प्राकृतिक आपदा समझने का ऐतिहासिक निर्णय सरकार ने लिया है।
नमो किसान सम्मान योजना में अब किसानों को सालाना 12 हजार रुपए की मदद दी जा रही है। एक रुपए में फसल बीमा निकाला जा रहा है। प्राकृतिक आपदा में अब तक 10 हजार करोड़ रुपए की मदद दी गई है। इसके आगे भी मदद दी जाएगी।शीघ्र पंचनामा करने का काम प्रशासन करे। प्याज फसल का सातबारह दर्ज न हो फिर भी पंचनामें में उसे दर्ज करके नुकसान भरपाई देने की सूचना मुख्यमंत्री शिंदे ने इस अवसर पर प्रशासन को दी।