गणेशपुरी- 1 अगस्त ‘पेड़ लगाओ, पेड़ बचाव’ कहावत के अनुसार, किसानों ने अपने आर्थिक उत्पादन में सतत विकास के लिए अपने-अपने खेतों में पेड़ लगाए। इसमें तानसा घाटी के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के कुल 410 पुरुष और महिला किसानों को विभिन्न फल पौधों के 13770 दिए गए। यह योजना निश्चित रूप से किसानों के जीवन में नए बदलाव लाने और उनकी आय बढ़ाने में मदद करेगी।यह पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण, मृदा संरक्षण, जल पुनर्भरण और वायु प्रदूषण की रोकथाम में भी मदद करेगा और इस पेड़ के मीठे फल भविष्य में तानसा घाटी के किसानों द्वारा खाए जाएंगे। और इससे स्थायी किसानों की आय में वृद्धि होना निश्चित है!इस अवसर पर किसानों को समय-समय पर मार्गदर्शन दिया जाता है कि बाग कैसे लगाया जाए, उसका प्रबंधन, देखभाल और सुरक्षा कैसे की जाए और सभी पौधों को कैसे जीवित रखा जाए। 2008 से, ऑर्चर्ड प्लांटेशन पहल के तहत संगठन ने 60,000 से अधिक पेड़ों को वितरित किया है और यह पहल सुचारू रूप से चल रही है। आय के साधनों की उपलब्धता से कृषक समुदाय में संतोष का वातावरण है।