नई दिल्ली, 06 जुलाई । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की कार्यकारी समिति ने भाजपा-नीत राजग के साथ जाने वाले बागी नेताओं- प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और अन्य नौ विधायकों को पार्टी से निकालने के शरद पवार के फैसले को गुरुवार को मंजूरी प्रदान कर दी।
पार्टी नेता पीसी चाको ने गुरुवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने बागी गुट के अजित पवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के दावे को भी खारिज कर दिया। चाको ने कहा कि कार्यकारी समिति ने आठ प्रस्ताव पारित किए हैं। समिति ने पार्टी अध्यक्ष शरद पवार पर पूर्ण भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि 27 राज्य समितियों में से किसी एक ने भी शरद पवार का साथ छोड़ने की बात नहीं कही है।
शरद पवार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि वह एनसीपी के अध्यक्ष हैं। कोई अन्य इस पर दावा करता है तो वह झूठा है। पार्टी और उससे जुड़े चुनाव चिह्न के प्रश्न पर पवार ने कहा कि हम चुनाव आयोग पर भरोसा करते हैं। हम अपना सारा विषय चुनाव आयोग के समक्ष रखेंगे।
एनसीपी की कार्यकारी समिति की यह बैठक दिल्ली में शरद पवार के आवास पर आयोजित की गई। बैठक में पीसी चाको, जितेंद्र आव्हाड, फौजिया खान और वंदना चव्हाण सहित अन्य नेताओं ने शिरकत की। दूसरी ओर अजीत पवार के नेतृत्व वाले धड़े ने कहा है कि शरद पवार के नेतृत्व में दिल्ली में हुई कार्यकारी समिति की बैठक की कोई वैधता नहीं है।