प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार सुबह से मुंबई में पीएमसी बैंक घोटाला (PMC Bank Scam) मामले में कई जगहों पर रेड की है. घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में मेहुल ठाकुर और अन्य संबंधित लोगों के यहां तलाशी ली गई है। जानकारी के मुताबिक, वित्तीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार सुबह ठाकुर से जुड़े तीन स्थानों और चार्टर्ड अकाउंटेंट से जुड़े दो स्थानों पर तलाशी ली। मेहुल ठाकुर वीवा होम्स के मालिक और निदेशक हैं, जो चिरायु समूह का एक हिस्सा है।
ईडी (ED) को जानकारी मिली थी कि करोड़ों रुपए की राशि एचडीआईएल से विवा ग्रुप ट्रस्ट और कंपनियों को हस्तांतरित की गई थी। जिसे ठाकुर के परिवार के सदस्यों द्वारा नियंत्रित किया जाता है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक ईडी की टीम ने वीवा ग्रुप के ओनर और पूर्व विधायक हितेंद्र ठाकुर और जयेंद्र उर्फ भाई ठाकुर के 6 ठिकानों पर रेड डाली है.
ये रेड मुंबई के मीरा भायंदर और वसई विरार इलाके में डाली गई है. ईडी को इस घोटाले में गिरफ्तार हो चुके आरोपी प्रवीण राउत और ठाकुर परिवार के बीच मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के कई अहम सबूत हाथ लगे हैं, जिसके बाद आज सुबह ईडी ने वीवा ग्रुप के 6 ठिकानों पर छापा मारा है.
वीवा ग्रुप (Viva Group) और इसकी समूह कंपनियां भाई ठाकुर के परिवार के सदस्यों की ओर से संचालित की जाती हैं. बता दें कि भाई ठाकुर की वसई और विरार में अच्छी पकड़ है. भाई ठाकुर पर तस्करी, हत्या, जमीन हड़पने जैसे कई मामले पहले ही दर्ज है. इनमें से कुछ मामलों में वह जेल भी जा चुके हैं. कुछ साल पहले ‘टाडा’ कानून के तहत उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था.
आपको बता दें कि हाल में प्रवर्तन निदेशालय ने पीएमसी बैंक घोटाला (PMC BANK SCAM ) मामले में संजय राउत के करीबी माने जाने वाले प्रवीण राउत की तकरीबन 72 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क किया है। इस महीने की शुरूआत में, ईडी ने शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत से इस मामले में पूछताछ की थी। ईडी के नोटिस के बाद सुर्खियों में आई संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत ने उस लोन को चुका दिया है। इसको लेकर काफी बवाल मचा था और उनके पति संजय राउत को सफाई पेश करनी पड़ी थी।