महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक गतिरोध के बीच शिवसेना ने पार्टी के सभी विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है. इसके तहत शाम 5 बजे सभी विधायकों की बैठक बुलाई गई है. वहीं इस बैठक में जो विधायक शामिल नहीं होंगे उनकी सदस्यता रद्द की जा सकती है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने आज दोपहर राज्य कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। संजय राउत (Sanjay Raut) के मुताबिक इस बैठक में 8 मंत्री नदारद रहे। इस बैठक में शिवसेना और उनके सहयोगी दल से जुड़े आठ मंत्री बैठक में नहीं पहुंचे थे।
राउत ने कहा कि फिलहाल विधानसभा भंग करने का कोई प्रस्ताव नहीं बना है। लेकिन पार्टी ने व्हिप जारी कर दिया है। शिवसेना ने अपने तमाम विधायकों को पत्र लिखकर कहा कि अगर आज शाम 5 बजे की बैठक ने शामिल नहीं होते हैं तो आपकी सदस्यता रद्द की जा सकती है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि आप सभी को विधानसभा में दर्ज करवाये गए ईमेल आईडी, व्हाट्सअप, और मैसेज के जरिये भी सूचित किया गया है। यदि आप इस बैठक में संतोषजनक कारण के बिना नहीं आते हैं तो आप कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद यह माना जाएगा कि खुद से आप पार्टी छोड़ना चाहते हैं। उसके बाद पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यह भी माना जायेगा कि आप सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं।
संजय राउत ने कहा कि यह शिवसेना के लिए एक अग्निपरीक्षा है। जिसे शिवसेना पार करेगी। हम सबने बालासाहेब की समाधि पर जाकर एक साथ रहने का निर्णय लिया था। अब अग्नि परीक्षा की शुरुआत हो चुकी है। राउत ने कहा है कि जिस तरह की परिस्थितियां महाराष्ट्र में बनी हैं। उसको देखने के बाद अक्सर विधानसभा को भंग किया जाता है।
हम सब यह भी देख रहे हैं कि किस तरह से विधायकों को किडनैप करके दूसरे राज्य में लेकर जाया जा रहा है। एक विधायक जो वापस महाराष्ट्र लौटे हैं वह अपनी आप बीती सुना रहे हैं। उन्हें मारने की कोशिश भी की गई है। जो विधायक फिलहाल गुवाहाटी में बैठे हैं और खुद एकनाथ शिंदे जरूर वापस महाराष्ट्र लौटेंगे। नितिन देशमुख के साथ क्या हुआ यह पूरे महाराष्ट्र और देश में देखा है। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में पूरी महाविकास अघाड़ी एकजुट है।
इस बीच, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 बागी विधायक एक चार्टर्ड विमान से बुधवार को तड़के गुवाहाटी पहुंच गए। महाराष्ट्र के विधायकों को पुलिस की सुरक्षा में हवाई अड्डे से बसों के जरिए एक लग्जरी होटल ले जाया गया. असम में वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार है।
माना जा रहा है कि भाजपा की असम इकाई के शीर्ष नेतृत्व और राज्य सरकार ने शिवसेना के बागी विधायकों के गुवाहाटी में ठहरने का प्रबंध किया है. इससे पहले शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे ने बगावत करते हुए पार्टी के कुछ विधायकों के साथ सूरत के एक होटल में डेरा जमाया था।