भारत और नेपाल के बीच आठ वर्षों से बंद पड़ी रेल सेवा आज से फिर से शुरू हो जाएगी। दोपहर 12:20 बजे भारत के पीएम नरेंद्र मोदी व नेपाल के पीएम शेर बहादुर देउबा दिल्ली के हैदराबाद हाउस से रेल परिचालन का विधिवत उद्घाटन करेंगे।
यह ट्रेन (Train) बिहार के जयनगर से नेपाल के कुर्था (Jaynagar to Kurtha) तक ब्राड गेज लाइन पर चलने वाली है. कुर्था स्टेशन नेपाल के धनुषा जिले में है, जो जनकपुर जोन में आता है. यानी अब सीता की जन्मस्थली तक रेलवे की सेवा शुरू होने वाली है. इससे पहले ही यहां अंग्रेजों के जमाने में मीटर गेज रेड लाइन हुआ करती थी, जिसे साल 2000 में खत्म कर दिया गया था. उसके बाद से भारत और नेपाल के बीच में कोई रेल संपर्क नहीं था.
बता दें कि इस रेल लाइन के उद्घाटन के लिए ही नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउवा भारत आए हुए हैं. आज (शनिवार) को नवरात्र के पहले दिन भारत और नेपाल के प्रधानमंत्री संयुक्त रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस रेल लाइन का उद्घाटन करेंगे. इसके लिए भारत ने नेपाल को 2 डीएमयू ट्रेन अभी तोहफे में दी हैं. इसके अलावा इस रेल लाइन और ट्रेन के मेंटेनेंस का काम कोंकण रेलवे को दिया गया है.
ट्रेन परिचालन को लेकर दोनों देश के पीएम के द्वारा ट्रेन परिचालन का उद्घाटन रिमोट द्वारा दिल्ली से होना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रिमोट से दोनों देशों के बीच इस ट्रेन सेवा का उद्घाटन करेंगे. उद्घाटन के दौरान नेपाल के प्रधानमंत्री भी उपस्थित रहेंगे. सोशल मीडिया के माध्यम से उद्घाटन के सजीव प्रसारण की भी व्यवस्था की गई है.
स्टेशन, ट्रेन और इंजन को फूलों से सजाया गया
परिचालन को लेकर जयनगर के नेपाली रेलवे स्टेशन परिसर के साथ-साथ आसपास भी रंग रोगन का कार्य किया जा चुका हैं. स्टेशन, ट्रेन के अलावा पायलट इंजन को फूलों से सजाया गया है. वहीं स्टेशन परिसर पर रेलवे पुलिस फोर्स और एसएसबी की तैनाती की गई है. कुछ दिन पहले ही डीआरएम ने स्टेशन परिसर, रेलवे ट्रैक, प्लेटफॉर्म और परिसर के आसपास के क्षेत्रों का बारीकी से निरीक्षण किया था. यात्रियों की सुविधाओं और सुरक्षा को लेकर जानकारी भी ली थी.
34.9 किलोमीटर में 07 स्टेशन और 05 हॉल्ट
जयनगर-वर्दीवास रेलखंड पर तीन चरण में रेल परिचालन शुरू होने की संभावना है. रेलवे सूत्रों की मानें मुताबिक प्रथम फेज में जयनगर से जनकपुर कुर्था संभावित है. दूसरे चरण में कुर्था से विजलपुरा और तीसरे चरण में विजलपुरा से वर्दीवास के बीच रेल परिचालन संभावित है.
बता दें कि जयनगर से जनकपुर कुर्था 34.9 किलोमीटर तक 07 स्टेशन और 05 हॉल्ट हैं. दोनों स्टेशनों के बीच एक दिन में दो जोड़ी ट्रेनें दो फेरे लगाएंगी. इससे पूर्व ट्रैक पर स्पीड ट्रायल भी हो चुका है. उल्लेखनीय है कि नैरोगेज को ब्रॉडगेज में बदलने और विस्तारीकरण को लेकर दोनों देशों के बीच 2014 से ट्रेन सेवा बंद है. 2011 में भारतीय क्षेत्र में और 2013-14 में नेपाली क्षेत्र में रेलखंड के लिए टेंडर हुआ था जिसमें रेलखंड के काम का टेंडर इरकॉन को मिला था.
भारत की ओर से नेपाल में भारतीय रेल का विस्तार जहां भारत नेपाल संबंधों को और मजबूत बनाएगा. वहीं, यह नेपाल में चीन की दखल को भी कम करेगा. चीन लगातार नेपाल में चीनी रेलवे के प्रवेश और विस्तार की कोशिश में लगा है.