आंध्र प्रदेश के गुंटूर में जिन्ना टावर के नाम को लेकर हुए विवाद के बाद अब उसे तिरंगे के रंग में रंग दिया गया है. बताया जा रहा है कि ये सभी इंतजाम तिरंगा फहराने के लिए किए गए हैं.
दरअसल, सड़क के बीचो-बीच मोहम्मद अली जिन्ना के नाम पर एक क्लॉक टावर है जिसको लेकर हिन्दू संगठनों की ओर से विरोध हो रहा है. अब इस विवाद में एक नया मोड़ आ गया है. गुंटूर ईस्ट के विधायक मोहम्मद मुस्तफा (Mohammad Musthafa) ने इसे तिरंगे के रंग में सजा दिया है और इसी टावर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की व्यवस्था में लग गए हैं. इससे पहले मुस्तफा ने मंगलवार को गुंटूर नगर निगम (जीएमसी) की मेयर कवति मनोहर नायडू के साथ टावर के सुरक्षा इंतजाम आदि का जायजा लिया था.
मोहम्मद मुस्तफा ने कहा, स्वतंत्रता की लड़ाई हमारे मुसलमान नेताओं ने अंग्रेजों के साथ डटकर मुकाबला किया था. आजादी के बाद कुछ मुसलमान देश छोड़कर चले गए और पाकिस्तान में रहने लगे लेकिन हमने अपने देश को चुना और हम यहां भारतीय बनकर रहना चाहते हैं. हमें अपनी वतन से प्यार है.
भाजपा पर साधा निशाना
इस दौरान मुस्तफा ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना भी साधा। दरअसल, भाजपा ने पिछले महीने जिन्ना टावर के नाम को लेकर विरोध जताया था। मुस्तफा ने कहा कि भाजपा के नेताओं को कोरोना महामारी से पीड़ित लोगों की मदद करनी चाहिए, न कि साम्प्रदायिक दंगों को भड़काने की कोशिश करनी चाहिए।
26 जनवरी को हुआ था विवाद
गौरतलब है कि 26 जनवरी को कुछ लोग जिन्ना टावर पर चढ़ गए थे और जबरन तिरंगा फहराने की कोशिश रही थी. उस दौरान कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया था. इस संबंध में भाजपा की आंध्र प्रदेश इकाई ने पिछले साल दिसंबर में गुंटूर नगर निगम आयुक्त चल्ला अनुराधा को एक ज्ञापन सौंपा था. इसमें उन्होंने जिन्ना टावर का नाम बदलने और उसका नाम पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम रखने के लिए अनुरोध किया था.
गुंटूर विधायक मोहम्मद मुस्तफा ने बताया कि इस संबंध में कई संगठनों ने अनुरोध किया था, जिसके बाद हमने जिन्ना टावर को तिरंगे के रंग में रंगने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए एक पोल भी बनाया गया है. जिन्ना टावर पर गुरुवार को तिरंगा फहराया जाएगा.