प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने देश को संबोधित करते हुए बड़े ऐलान किए हैं. इसमें दो घोषणा की गई।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहला बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि 21 जून से देश के हर राज्य में 18 वर्ष से ऊपर की उम्र के सभी नागरिकों के लिए, भारत सरकार राज्यों को मुफ्त वैक्सीन मुहैया कराएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यों को 25 फीसदी टीकों की जो जिम्मेदारी दी गई थी, उसे भी केंद्र सरकार ही उठाएगी।
अब तक 25 फीसदी वैक्सीन का प्रबंध करने की जिम्मेदारी राज्यों की थी राज्यों को उस जिम्मेदारी से भी मुक्त कर दिया गया है. लोग प्राइवेट अस्पतालों में भी वैक्सीन लगवा सकेंगे. 25 प्रतिशत वैक्सीन प्राइवेट अस्पताल सीधे वैक्सीन निर्माता कंपनियों से खरीद सकेंगे. प्राइवेट अस्पतालों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि वे कोरोना वैक्सीन की एक डोज की तय कीमत के अलावा 150 रुपये से अधिक सर्विस चार्ज नहीं वसूल सकेंगे।
-इसके अलावा पीएम ने एक और बड़ा ऐलान करते हुए कहा, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को अब दीपावली तक आगे बढ़ाया जाएगा। नवंबर तक 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को, हर महीने तय मात्रा में मुफ्त अनाज उपलब्ध होगा।
-पीएम ने कहा कि भारत कोरोना की लहर के दौरान बहुत बड़ी पीड़ा से गुजरा है। कई लोगों ने अपनों को खोया है। ऐसे परिवारों के प्रति उन्होंने संवेदना जताई। पीएम ने बीते 100 सालों में इसे सबसे बड़ी महामारी बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की महामारी आधुनिक विश्व ने कभी नहीं देखी थी।
-कोरोना से लड़ने के लिए देश में एक नया हेल्थ स्ट्र्क्चर बनाया गया है. अप्रैल और मई में ऑक्सीजन की डिमांड अकल्पनीय रूप से बढ़ गई. लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई 10 गुना से ज्यादा बढ़ाई गई. देश के हर कौने से जो कुछ भी उपलब्ध हो सकता था वो लाया गया.
-उन्होंने बताया कि नेजल वैक्सीन पर भी रिसर्च हो रही है। इसके चलते वैक्सीन को सिरिंज से न लेकर नाक में स्प्रे किया जाएगा। अगर टेस्ट में कामयाबी मिली तो वैक्सीनेशन की मुहिम में और तेजी आएगी।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, हमने बच्चों को कई जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए भारत में टीके बनवाए. उन्होंने कहा, हमें गरीबों की चिंता थी और भारत की चिंता थी. उन्होंने कहा, जब हम शत प्रतिशत टीका के लिए बढ़े तो कोरोना ने हमें घेर लिया. भारत ने 1 साल के अंदर एक नहीं 2 मेड इन इंडिया वैक्सीन बनाकर दिखा दिया कि भारत अब पीछे नहीं है. 23 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जी चुकी हैं.
-पीएम मोदी ने कहा, पिछले काफी समय से देश लगातार जो प्रयास और परिश्रम कर रहा है, उससे आने वाले दिनों में वैक्सीन की सप्लाई और भी ज्यादा बढ़ने वाली है। आज देश में 7 कंपनियाँ, विभिन्न प्रकार की वैक्सीन्स का प्रॉडक्शन कर रही हैं। तीन और वैक्सीन्स का ट्रायल भी एडवांस स्टेज में चल रहा है।
-इससे पूर्व 20 अप्रैल को दूसरी लहर के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया था. उस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों से लॉकडाउन को आखिरी विकल्प के रूप में इस्तेमाल करने की अपील की थी. हालांकि, लगातार बढ़ रहे मामलों और ऑक्सीजन संकट, आईसीयू बेडों की कमी आदि के कारण राज्यों को आंशिक लॉकडाउन का सहारा लेना पड़ा.
देश में कोरोना के मामले मई के आखिरी दिनों से कंट्रोल होते दिखे हैं. अब अस्पतालों में आईसीयू बेडों को लेकर पहले की तरह मारामारी नहीं है. पहले जहां देश में तीन से चार लाख रोज केस आते थे, अब घटकर करीब एक लाख केस डेली आ रहे हैं.