उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनावों की तारीख का ऐलान आज हो जाएगा. चुनाव आयोग दोपहर 3.30 बजे चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करेगा. इस प्रेस वार्ता के दौरान चुनाव आयोग की तारीखों का एलान किया जाएगा.
इससे पहले चुनाव आयोग की टीम सभी चुनावी राज्यों में दौरा कर स्थिति का जायजा ले चुका है. इसके साथ ही सभी दलों के बीच चुनाव को लेकर बनी असमंजस की स्थिति भी पूरी तरह से खत्म हो जाएगी. चुनाव आयोग द्वारा तारीखों के एलान के साथ ही सभी राजनीतिक दलों की एक नई कवायद शुरू हो जाएगी.
सूत्र बता रहे हैं कि यूपी में 6 से 8 चरण में हो विधानसभा चुनाव हो सकता है. फिलहाल, आयोग कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए चुनाव कराने से पहले हर पहलुओं पर विचार कर रहा है.
ऐसी चर्चा थी कि पीएम मोदी की 9 जनवरी की रैली के बाद चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा, मगर अब खबर है कि पीएम मोदी की रैली रद्द हो सकती है. ऐसे में चुनाव आयोग अब बस केवल स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ बैठक कर कोरोना और टीकाकरण की रफ्तार को लेकर राय-मशविरे के बाद आज तारीखों का ऐलान कर देगा.
गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अगले कुछ महीनों के अंदर ही विधानसभा चुनाव होने हैं. इस साल के आखिर में हिमाचल प्रदेश और गुजरात में भी विधानसभा होने हैं.
आगामी चुनाव यूपी में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और पंजाब में कांग्रेस के लिए ही अहम नहीं है बल्कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और गोवा में टीएमसी के साथ ही आम आदमी पार्टी के लिए भी बहुत मायने रखते हैं. देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा और 403 विधानसभा सीटें हैं. इतना ही नहीं इस राज्य में जिस पार्टी की सरकार बन जाए, उसका केंद्र में आने का रास्ता भी लगभग साफ हो जाता है.
वहीं, गोवा का विधानसभा चुनाव मुख्यतौर पर बीजेपी-कांग्रेस और आप-टीएमसी के बीच माना जा रहा है. उत्तराखंड में मौजूदा बीजेपी सरकार के सामने लगातार दो मुख्यमंत्री बदलने के बाद कई चुनौतियां हैं और वहीं मणिपुर में कांग्रेस बीजेपी से सत्ता लेने की पुरजोर कोशिश में जुटी हुई है.
बता दें कि देशभर में इस समय कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर चल रही है. ऐसे में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव कराना किसी चुनौती से कम नहीं हैं. हालांकि, विधानसभा चुनावों को लेकर पहले से ही राजनीतिक दलों और चुनाव आयोग ने कमर कस ली है. चुनाव आयोग पहले ही साफ कर चुका है कि पांचों राज्यों में चुनाव कोरोना गाइडलाइन को मद्देनरज रखते हुए कराए जाएंगे.
इन पांच राज्यों में यूंं तो सभी राज्य खास हैं लेकिन बड़ी पार्टियों की निगाहें उत्तर प्रदेश और पंजाब के विधानसभा चुनाव पर लगी हैं. बता दें कि जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है वहां पर केवल पंजाब में ही कांग्रेस की सरकार है. अन्य जगहों पर भाजपा की ही सरकार है.