बीएसएफ ने शुक्रवार को पंजाब के फिरोजपुर जिले में एक लावारिस पड़ी पाकिस्तानी नाव को जब्त किया है. फिरोजपुर पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट होने के कारण एक संवेदनशील जिला है. इससे पहले, पाकिस्तान के कई ड्रोनों ने जिले में भारतीय सीमा में सेंध लगाई थी.
एक वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तैनात 36 बटालियन के एक जवान को गश्ती के समय डीटी मॉल बॉर्डर आउटपोस्ट इलाके में लकड़ी की नाव दिखी.
उन्होंने बताया, ‘सर्दियों में यह इलाका कोहरे की घनी चादर से ढका रहता है. नाव मिलने के बाद हमने इलाके में तलाशी अभियान चलाया और स्थानीय गांवों को भी अलर्ट कर दिया कि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि देखने पर फौरन बीएसएफ को सूचित करें. इस तरह की नावों का इस्तेमाल अक्सर मादक पदार्थों और हथियारों की सीमा पार से तस्करी करने के लिए किया जाता है.’
इस नाव को देख बीएसएफ अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. हालांकि नाव से कुछ बरामद नहीं हुआ लेकिन जहां से नाव मिली है, वहां आसपास क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया गया है.
बता दें कि गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला भी फिरोजपुर इलाके में ही एक फ्लाईओवर पर 15 से 20 मिनट तक रुका रहा था. केंद्र सरकार की ओर से इसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में भारी चूक करार दिया गया था और पंजाब सरकार से जवाब भी तलब किया गया था. यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है और सोमवार को इसपर अगली सुनवाई होनी है.
बता दें कि पंजाब से सटी भारत-पाक सरहद के साथ सतलुज नदी बहती है. कई स्थानों पर एक-दूसरे की सीमा पर नदी प्रवेश करती है. इससे पहले भी कई बार पाक नाव भारतीय इलाके से मिल चुकी हैं. इन दिनों सरहद पर घनी धुंध पड़ रही है, इसकी आड़ में सरहद पर दोनों देशों के तस्कर सक्रिय हैं. यह एक ऐसा रास्ता है, जिसके जरिये तस्कर आसानी से हेरोइन और हथियारों की तस्करी करते हैं.