पश्चिम बंगाल (West Bengal) में शुक्रवार को विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के साथ ही हिंसा किए जाने की बात भी सामने आने लगी है। पुलिस के सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि पश्चिम बंगाल में कूचबिहार जिले के सीतलकूची में सीआईएसएफ (CISF) ने अपने ऊपर हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए कथित तौर पर गोलियां चलाई, जिसमें चार लोग मारे गए।
मतदान के लिए लाइन में लगे 18 वर्ष के एक युवक आनंद बर्मन की गोली लगने से मौत की खबर सामने आई थी लेकिन अब सूचना आ रही है कि इन गोलीबारी में कुल 5 लोगों की मौत हुई है. CISF अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा में तैनात जवानों से हथियार छीनने की कोशिश की गई जिसके बाद जवाबी फायरिंग की गई थी. वहीं, टीएमसी ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय बलों ने यह फायरिंग की है, जिसमें लोगों की मौतें हुई हैं।
मृतकों के शव माथाभांगा अस्पताल में हैं और इलाके में तनाव है. चुनाव आयोग से मिली रिपोर्ट के अनुसार गोली सीआईएसएफ (CISF) के जवान ने चलायी है. केंद्रीय उपचुनाव आयुक्त सुदीप जैन ने राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी को फोन कर शीतलकुची की घटना को लेकर जानकारी ली है. किन परिस्थितियों में गोली चली थी इस पर डीटेल्ड रिपोर्ट मांगी गई है. इसके साथ ही घटना स्थल की वीडियो रिकार्डिंग भी तलब की गई है.
TMC ने आरोप लगाया कि इस हत्या के पीछे भाजपा का हाथ है। वहीं, भाजपा ने युवक की मौत का जिम्मेदार टीएमसी को ठहराया। भाजपा दावा कर रही है कि मृतक मतदान केंद्र पर पोलिंग एजेंट था। इस पूरे मामले पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कूचबिहार के सितलकुची इलाके में चुनाव के दौरान हिंसक झड़प के दौरान फायरिंग हो गई। फायरिंग में चार लोगों की मौत हो गई, जिनमें से एक आनंद बर्मन भी था। इसके अलावा चार लोग जख्मी भी हुए हैं।
उन्होंने आगे बताया कि आनंद बर्मन को सितलकुची के पठानतुली इलाके में बूथ नंबर 85 के बाहर घसीटकर लाया गया और गोली मार दी गई। घटना के वक्त मतदान चल रहा था। इस घटना के बाद तृणमूल और भाजपा समर्थकों में झड़प शुरू हो गई और मतदान केंद्र के बाहर बम फेंके जाने के कारण कई लोग घायल हो गए। ऐसे में केंद्रीय बलों को स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
कूचबिहार के अलावा बंगाल में कई जगहों से हिंसा की खबरे सामने आईं हैं। कहीं पर भाजपा कार्यकर्ता मारपीट का शिकार हुए हैं तो कहीं पर टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमले किए गए हैं। लोगों के घरों तक पर हमले हो रहे हैं। बीच चुनाव में हथियार व बम तक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इन वारदातों को लेकर भाजपा और टीएमसी एक दूसरे पर आरोप लगाने से पीछे नहीं हट रहे हैं।