इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) का आयोजन गोवा में होने वाला है. बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री हेमा मालिनी और गीतकार प्रसून जोशी को आईएफएफआई (IFFI) में ‘इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर’ (Indian personalities of the year) पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने इस बाबत जानकारी दी.
उन्होंने यह भी बताया कि पहली बार इस साल ओटीटी प्लेटफॉर्म्स भी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भाग लेंगे. फिल्म फेस्टिवल का आयोजन 20 से 28 नवंबर से के बीच गोवा में किया जाएगा.
अनुराग ठाकुर ने घोषणा करते हुए एएनआई के हवाले से कहा, “भारतीय सिनेमा के क्षेत्र में हेमा मालिनी और प्रसून जोशी के योगदान ने दशकों से चली आ रही है और उनके काम ने दर्शकों को पीढ़ियों से मंत्रमुग्ध किया है.
”उन्होंने कहा, “वे भारतीय सिनेमाई प्रतीक हैं जिनकी दुनिया भर में प्रशंसा और सम्मान किया जाता है.” यह पुरस्कार इस महीने के अंत में गोवा में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के दौरान प्रदान किया जाएगा. पिछले साल यह पुरस्कार दिग्गज अभिनेता, निर्देशक और गायक बिस्वजीत चटर्जी को दिया गया था.
साल 2000 में हेमा मालिनी को भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री (padm shree) से नवाजा गया था. इतना ही नहीं भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए हेमा मालिनी को साल 2012 में सर पदमपत सिंघानिया विश्वविद्यालय ने मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की थी. हेमा मालिनी फिलहाल बीजेपी से मथुरा से सांसद हैं. वो संसद में लगातार जनता से जुड़े मुद्दे उठाती हैं. इसके साथ ही वो अभी भी बॉलीवुड में सक्रिय हैं.
हेमा ने फिल्म ‘सपनों के सौदागर’ से बॉलीवुड में अपने कैरियर से शुरूआत की. वर्ष 1970 में आई फिल्म ‘जॉनी मेरा नाम’ बॉक्स आफिस पर सुपरहिट साबित हुई और इस फिल्म से हेमा भी हिट हुई. साल 1972 में हेमा फिल्म ‘सीता और गीता’ में डबलरोल में नजर आई. इस फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री को पुरस्कार मिला.
हेमा बेहतरीन अभिनेत्री होने के साथ-साथ एक शानदार डांसर भी हैं. उन्होंने भरतनाट्यम, कुचीपुड़ी और ओडिसी में प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है. वे देश-विदेश में स्टेज परफॉर्मेंस भी देती हैं.
वहीं, प्रसून जोशी गीतकार, स्क्रीनराइटर, लेखक और एडगुरु भी हैं. उन्होंने कई बेहतरीन गाने और कविताएं लिखी हैं. उत्तराखंड के अल्मोड़ा नगर स्थित मोहल्ला स्यूनराकोट में 16 सितंबर 1971 में उनकी पैदाइश हुई. अनूठी लेखनी व दिल को छू जाने वाले गीतों की रचना के लिए वर्ष 2015 में पद्मश्री सम्मान दिया गया.