प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज घोषणा की है कि राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड होगा. खेल रत्न अवॉर्ड का नाम बदलने की सूचना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट कर दी है. यह अवॉर्ड देश का सबसे बड़ा खेल सम्मान है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते लिखा कि मेजर ध्यानचंद भारत के उन अग्रणी खिलाड़ियों में से थे जिन्होंने भारत के लिए सम्मान और गौरव लाया, अब यह सही समय हमारे देश के सर्वोच्च खेल सम्मान का नाम उन्हीं के नाम पर रखा जाएगा’.
साथ ही एक अन्य ट्विट में प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी लिखा कि मुझे पूरे भारत के नागरिकों से खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने के लिए कई अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं. उनकी भावना का सम्मान करते हुए, खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहा जाएगा.
खेल रत्न अवार्ड खेल की दुनिया में शानदार उपलब्धि हासिल करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है. यह खेल की दुनिया में दिया जाने वाला सबसे बड़ा भारतीय खेल सम्मान है. अपने-अपने खेल में अमूल्य योगदान करने वाले खिलाड़ियों को खेल रत्न अवार्ड से सम्मानित किया जाता है. इस सम्मान को पाने वाले खिलाड़ी को 25 लाख की पुरष्कार राशि और एक प्रमाणपत्र दिया जाता है. इसका नाम राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड है जिसे अब बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड किया जाएगा.
पीएम मोदी ने कहा कि टोक्यो ओलिंपिक में पुरुष और महिला हॉकी टीम का असाधारण प्रदर्शन ने समूचे देशवासियों के दिलो-दिमाग में बस गया है. देश के एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक हॉकी के प्रति एक नए सिरे से रुचि उभर रही है. यह आने वाले समय के लिए बेहद सकारात्मक संकेत है. भारतीय हॉकी टीम के लिए टोक्यो ओलंपिक यादगार रहा है. टोक्यो ओलंपिक में भारतीय मेंस हॉकी टीम ने 41 साल बाद कोई मेडल जीता, जबकि महिला टीम चौथे नंबर पर रही. दोनों टीमें ब्रॉन्ज मेडल मैच तक पहुंचीं, लेकिन मेंस टीम ने जीत दर्ज की, जबकि महिला टीम 3-4 के अंतर से हार गई.