मुंबई, 04 सितंबर । शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार जालना लाठीचार्ज के लिए मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों को जिम्मेदार ठहराते हुए इस्तीफा मांगा है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि लाठीचार्ज के बाद माफी मांगने का कोई अर्थ नहीं है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि जालना में मराठा समाज के मनोज जारंगे पाटिल पिछले कुछ दिनों से भूख हड़ताल कर रहे थे। सरकार की ओर से पुलिस कर्मी उनसे चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान एक पुलिस अधिकारी का फोन आया और लाठी चार्ज शुरू हो गया था। उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब वे अस्पताल में जाकर घायलों से मिले तो उस समय कई घायलों को छर्रे लगे थे। उनका ऑपरेशन करना पड़ा। यहां मराठा आंदोलन कारियों पर आतंकवादियों से लडऩे वाले हथियारों का प्रयोग किया गया।
उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री कहते हैं कि हमने लाठीचार्ज का आदेश नहीं दिया, जिसका सीधा अर्थ है कि सरकार का नियंत्रण पुलिस पर नहीं है। निर्दोष आंदोलनकारियों पर आतंकवादियों के जैसे हमले किए जा रहे हैं। अब तो यह स्थिति हो गई है कि कोई भी न्याय के लिए आवाज नहीं उठा सकता है और अगर आवाज उठाए तो उसका सिर फोड़ दो। गोली मार दो।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि केंद्र सरकार को आरक्षण के लिए विशेष अधिवेशन में अध्यादेश निकालना चाहिए, जिससे मराठा सहित अन्य समाज का भी भला हो सके।