टीचर भर्ती घोटाले में ईडी ने ममता के मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी कोलकाता से हुई है। पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी को भी हिरासत में लिया गया है। अर्पिता मुखर्जी के घर से 20 करोड़ रुपए कैश बरामद हुए। अर्पिता के घर जब ED ने छापा मारा था तो 500 और 2000 के इतने नोट मिले कि 4-5 फीट ऊंचा ढेर लग गया था। नोटों की गिनती के लिए मशीन मंगवाए गए थे। ईडी ने ये छापेमारी एसएससी भर्ती घोटाले में की है। आरोप है कि पार्थ चटर्जी जब शिक्षा मंत्री थे तब उनके कार्यकाल में शिक्षकों की भर्ती में घोटाला हुआ था। कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश पर इन मामलों की जांच सीबीआई कर रही है। CBI के मुकदमा दर्ज करने के बाद ED ने कार्रवाई की है और एक साथ 13 ठिकानों पर छापेमारी की थी। ED की टीम ने जिन 13 ठिकानों पर छापेमारी की है, उसमें मंत्री पार्थ चटर्जी और पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के अलावा ममता सरकार के पूर्व मंत्री परेश अधिकारी और विधायक मानिक भट्टाचार्य भी शामिल हैं।
शिक्षक भर्ती घोटाले से संबंधित छापेमारी के दौरान ईडी ने करीब 20 करोड़ रुपये की बड़ी रकम बरामद की थी। इस दौरान बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से 20 करोड़ रुपये कैश मिला था। माना जा रहा है कि ये कैश एसएससी घोटाले हुई कमाई से जुड़ा हो सकता है। इतनी भारी मात्रा में कैश मिलने के बाद कैश काउंट करने के लिए सर्च टीम बैंक अधिकारियों की मदद ले रही है। ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के परिसरों से 20 से ज्यादा मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं, जिसके उद्देश्य और उपयोग का पता लगाया जा रहा है। इसके अलावा, घोटाले से जुड़े दूसरे आरोपियों के परिसरों से कई अन्य दस्तावेज, रिकॉर्ड, संदिग्ध कंपनियों का विवरण, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, विदेशी मुद्रा और सोना भी बरामद किया गया है।
अभी उद्योग और वाणिज्य मंत्री पद पर काबिज पार्थ चटर्जी उस समय शिक्षा मंत्री थे, जब कथित घोटाला हुआ था। सीबीआई दो बार उनसे पूछताछ कर चुकी है। पहली बार पूछताछ 25 अप्रैल, जबकि दूसरी बार 18 मई को की गई थी। सीबीआई पश्चिम बंगाल के शिक्षा राज्य मंत्री अधिकारी से भी पूछताछ कर चुकी है। गौरतलब है कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) हाईकोर्ट के निर्देश पर पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की सिफारिशों पर सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह ‘सी’ और ‘डी’ के कर्मचारियों और शिक्षकों की भर्ती में हुई कथित अनियमितताओं की जांच कर रहा है।