कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए मुंबई में धारा 144 लागू कर दी गई है. नए साल के मौके पर होने वाले जश्न के बीच कोरोना वायरस फैलने से रोकने के लिए यह प्रतिबंध लागू किए गए हैं. दरअसल, देश में सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन के मामले महाराष्ट्र में हैं. वहीं महाराष्ट्र में सबसे ज़्यादा मामले मुंबई में सामने आए हैं. जिसके चलते प्रशासन ने 31 दिसम्बर तक यानी 16 दिनों के लिए धारा 144 लगा दी है.
महाराष्ट्र में अब तक मिले ओमिक्रॉन के मामलों में 42 फीसदी की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है जिसके कारण प्रशासन की चिंताएं और बढ़ गई हैं. बता दें धारा 144 जहां लागू कर दी जाती है वहां पांच या उससे ज्यादा लोगों के एक साथ इकट्ठा होने पर पाबंदी होती है. इसका पालन न करने पर कानूनी कार्रवाई की जाती है.
महाराष्ट्र में मंगलवार को ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Cases in Maharashtra) के 8 नए मामले सामने आए थे. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को कहा कि राज्य में जो आठ ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं इनमें से किसी भी मरीज ने हाल में विदेश यात्रा नहीं की है. इस वेरिएंट के फैलाव और असर को राज्य स्वास्थ्य विभाग ढंग से समझने के लिए लगातार विदेशी यात्रियों और उनके सम्पर्क में आए लोगों के सैम्पल इकट्ठा कर रहा है.
स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन में बताया कि नए मामलों के साथ ही सार्स-सीओवी-2 के नए स्वरूप से संक्रमित होने वालों की संख्या राज्य में बढ़कर 28 हो गई है. इनमें से सात मामले मुंबई में सामने आए हैं और संक्रमितों में तीन महिलाएं शामिल हैं.
इन सबके बीच महाराष्ट्र में कोविड के खिलाफ वैक्सीनेशन की रफ़्तार लगातार बढ़ाने की कोशिश जारी है. राज्य के पास 1.5 करोड़ डोज स्टॉक में हैं. करीब 1,900 (उन्नीस सौ) डोज की एक्सपायरी इसी महीने की है. स्वास्थ्य टीम को विश्वास है कि डोस बर्बाद नहीं होंगी. नए तौर तरीक़ों से हिचक रहे लोगों को टीका लगाने की कोशिश जारी है.