मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। इसी साल पद्म भूषण से सम्मानित हुईं दिग्गज गायिका वाणी जयराम का निधन हो गया है। 77 वर्षीय गायिका चेन्नई में अपने घर में मृत पाई गई हैं। उनके निधन की खबर सामने आने के बाद ही इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। गायिका ने चेन्नई में हैडोस रोड, नुंगमबक्कम में उनके घर पर आखिरी सांसें ली. वाणी जयराम की मौत के सही कारण के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
वाणी जयराम ने हाल ही में एक पेशेवर गायक के रूप में संगीत उद्योग में 50 साल पूरे किए थे। वाणी ने अपने करियर में 10,000 से अधिक गाने रिकॉर्ड किए हैं। उनका गाया हुआ गाना ‘हमको मन की शक्ति देना’ आज भी लोगों की जुबां पर है। वाणी जयराम ने आरडी बर्मन, केवी महादेवन, ओपी नैय्यर और मदन मोहन सहित कई प्रसिद्ध संगीतकारों के साथ भी काम किया।
वाणी जयराम का जीवन काफी सफल रहा है। वह क्लासिकल ट्रेंड म्यूजिशियन परिवार से हैं। उन्होंने 1971 में प्लेबैक सिंगिंग को अपने करियर के तौर पर चुना। इसके बाद वह लगातार पांच दशकों तक संगीत की दुनिया में सक्रिय रही। उन्होंने 19 भाषाओं में गाने गाए है। इनमें से कई गानों को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। वहीं, उनके कई गानों को राज्य सरकार ने भी पुरस्कृत किया है।
वाणी ने तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, हिंदी, उर्दू, मराठी, बंगाली, भोजपुरी और उड़िया में कई गाने गाए थे। वह तीन बार सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीता चुकी है। उन्हें तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, केरल, गुजरात और ओडिशा से राज्य पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं।