युद्ध के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों की निकासी के लिए सरकार आपरेशन गंगा का संचालन कर रही है। इस अभियान के तहत कई उड़ानों को तैनात किया गया है। साथ ही अभियान को संचालित करने में किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना करने के लिए दो दर्जन से अधिक मंत्रियों को शामिल किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए निकासी योजना में तेजी लाने का फैसला किया है। ज्यादा से ज्यादा भारतीयों को वापस लाने के लिए सरकार ने उड़ानों की आवाजाही बढ़ा दी गई है। बताया जा रहा है कि ‘ऑपरेशन गंगा’ (Operation Ganga) के तहत 80 उड़ानें लगाई जा चुकी हैं। सरकार ने एक मिनट की देरी किए बिना इस मिशन में 24 मंत्रियों को शामिल किया है।
तीन दिन पहले तक उड़ानों की संख्या सीमित थी, लेकिन अब यह 19 उड़ान तक पहुंच चुकी है। 10 मार्च तक सभी भारतीयों को निकालना है। इसके लिए कुल 80 उड़ानों को लगाया जा रहा है। बुखारेस्ट से सबसे ज्यादा 35 उड़ानें आएंगी छात्रों को निकालने के ऑपरेशन में एअर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, इंडिगो, स्पाइस जेट, विस्तारा, गो एयर और इंडियन एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट्स भी शामिल हैं।
रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से 35 बार में छात्रों को निकालना है। इनमें जिसमें एअर इंडिया की 14 उड़ानें, एयर इंडिया एक्सप्रेस की 8, इंडिगो की 7, स्पाइस जेट की 1, विस्तारा की 3और भारतीय वायु सेना की 2 उड़ानें शामिल हैं। वहीं, हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से कुल 28 फ्लाइट उड़ान भरेंगी। इन 28 उड़ानों में से 15 उड़ानें गो एयर की, नौ इंडिगो से, दो एयर इंडिया से, एक भारतीय वायु सेना से और एक स्पाइस जेट से हैं।
पोलैंड के रेजजो से कुल नौ उड़ानें निर्धारित हैं, जिसमें इंडिगो से आठ और भारतीय वायु सेना से की एक उड़ान शामिल है। जबकि पांच उड़ानें सुसेवा, रोमानिया से और तीन उड़ानें कोसिसे, स्लोवाकिया से उड़ान भरेंगी।
17 हजार भारतीय अभी भी फंसे
सूत्रों ने बताया कि तकरीबन 17,000 भारतीय वहां अभी भी फंसे हैं। इन्हें 80 उड़ानों से यूक्रेन से निकाला जाएगा। ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 2 मार्च तक कुल 24 उड़ानें उतर चुकी हैं। यूक्रेन से फंसे भारतीयों को निकालने के लिए सरकार ने 26 फरवरी को ‘ऑपरेशन गंगा’ शुरू किया था।
भारतीयों नागरिकों को लेकर पहली उड़ान 26 फरवरी को मुंबई में उतरी थी, जिसे वाणिज्य और उद्योग, कपड़ा, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने रिसीव किया था। प्रधान मंत्री ने भारतीयों की निकासी की निगरानी के लिए 4 मंत्रियों ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी, किरेन रिजिजू और वीके सिंह को हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड भेजा है।