आम आदमी पार्टी के मुफ्त सुविधाएं देने की राजनीति पर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीखा हमला बोला। पीएम मोदी ने आप की इस राजनीति को रेवड़ी कल्चर करार किया. अब पीएम मोदी के मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने के बयान पर पलटवार किया है. सीएम केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बच्चों को मुफ्त शिक्षा और लोगों को फ्री इलाज देना रेवड़ी बांटना नहीं कहलाता है.
केजरीवाल ने कहा कि अगर हम सरकारी स्कूलों में 18 लाख बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रहे हैं. इतिहास में पहली बार 99 फीसदी का रिजल्ट आया है. पिछले कुछ साल में चार लाख के करीब बच्चे प्राइवेट स्कूलों से सरकारी स्कूलों में आए हैं. दिल्ली के सरकारी स्कूल का एक बच्चा गगन आज धनबाद के आईआईटीएम में चयन हुआ है. दिल्ली के सरकारी अस्पताल शानदार कर दिए हैं. मोहल्ला क्लीनिक की चर्चा पूरी दुनिया में हैं. एक-एक आदमी का इलाज मुफ्त है. फिर चाहे 50 लाख खर्च हो. तो क्या हम रेवड़ियां बांट रहे हैं.
केजरीवाल ने कहा, हम अगर 200 यूनिट बिजली फ्री दे रहे हैं, बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा करवा रहे हैं, तीर्थस्थानों पर बुजुर्गों को भेज रहे हैं, तो इसमें गलत क्या है. रेवड़ियां तो वो लोग बांट रहे हैं, जो अपने लिए हजारों करोड़ रुपये का विमान खरीद रहे हैं. अगर मंत्रियों के घर 3-4 हजार यूनिट मुफ्त बिजली दे रहे हैं और अगर केजरीवाल यह सुविधा आम जनता को दे रहा है तो गलत क्या कर रहा है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, मैं आपको बताता हूं मुफ्त रेवड़ी बांटना क्या होता है. उस कंपनी ने कई बैंक से लोन लिया, loan खा गए. बैंक दिवालिया हो गए और उस कंपनी ने एक राजनीतिक पार्टी को चंदा दे दिया चंद करोड़ रुपये का. उस कंपनी के खिलाफ सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया. इसको कहते हैं फ्री की रेवड़ी. जब आप अपने दोस्तों के हजारों हजार करोड़ रुपए के लोन मुफ्त में माफ कर देते हैं यह है मुफ्त की रेवड़ी.
जब आप विदेश यात्रा पर जाने के बहाने अपने चंद दोस्तों के ठेके लेते हैं विदेशी सरकारों से यह होती है मुफ्त रेवड़ी. आज देश में दो तरह की राजनीति चल रही है एक इमानदार दूसरी भ्रष्ट. ईमानदार राजनीति वह है जो आम आदमी पार्टी कर रही है एक एक चीज में पैसा बचाते हैं. दूसरी है भ्रष्टाचारियों की राजनीति जिसमें हजारों करोड़ रुपए के ठेके दिए जाते हैं. अपने दोस्तों को ठेके दिए जाते हैं.सारी सुविधाएं अपने मंत्रियों को देते हैं और जनता सुविधा मांग ले तो कहते हैं यह मुफ्त की रेवड़ी है.
उन्होंने आगे कहा, “सरकारी स्कूलों में 18 लाख बच्चे पढ़ते हैं। देशभर में सरकारी स्कूलों का बेड़ा गर्क था वैसे ही दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत थी. 18 लाख बच्चों का भविष्य बर्बाद था. आज हमने अगर इन बच्चों का भविष्य ठीक किया तो मैं क्या गुनाह कर रहा हूं?” उन्होंने कहा कि अपने देश के बच्चों को मुफ़्त और अच्छी शिक्षा देना और लोगों का अच्छा और मुफ़्त इलाज करवाना – इसे मुफ़्त की रेवड़ी बाँटना नहीं कहते. हम एक विकसित और गौरवशाली भारत की नींव रख रहे हैं. ये काम 75 साल पहले हो जाना चाहिए था.
केजरीवाल ने कहा कि, अपने देश के बच्चों को मुफ्त और अच्छी शिक्षा देना और लोगों का अच्छा और मुफ्त इलाज करवाना – इसे मुफ्त की रेवड़ी बांटना नहीं कहते. हम एक विकसित और गौरवशाली भारत की नींव रख रहे हैं. ये काम 75 साल पहले हो जाना चाहिए था.