मनी लांड्रिंग और दाऊद इब्राहिम के साथ कनेक्शन को लेकर गिरफ्तार किए गए महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश में सियासी घमासान देखने को मिल रहा है. महाराष्ट्र सरकार मलिक की गिरफ्तारी का पुरजोर विरोध कर रही है. महाविकास अघाड़ी के नेता जहां नवाब मलिक की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं तो वहीं, भाजपा कार्यकर्ता उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
मुंबई में महाविकास अघाड़ी के नेता प्रदर्शन कर रहे हैं. महाविकास अघाड़ी के नेता नवाब मलिक की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं. बता दें कि नवाब मलिक को अदालत ने 3 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेजा है.
उधर, भाजपा भी आज नवाब मलिक को लेकर सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रही है. महाराष्ट्र भाजपा प्रदेशभर में प्रदर्शन कर रही है. भाजपा के कार्यकर्ताओं ने नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग की है. भाजपा कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के इस्तीफ़े की मांग को लेकर पुणे में विरोध प्रदर्शन किया.
नवाब मलिक के समर्थन में महाराष्ट्र सरकार
महाराष्ट्र सरकार नवाब मलिक का खुलकर समर्थन कर रही है. मलिक की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सरकारी आवास ‘वर्षा’ पर कैबिनेट मीटिंग की गई. इस मीटिंग में यह फैसला किया गया कि नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लिया जाएगा.
शिवसेना नेता संजय राउत ने भी नवाब मलिक का समर्थन किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि महा विकास अघाड़ी से आमने-सामने नहीं लड़ सकते, इसलिए पीछे से अफजलखानी युद्ध चल रहा है, चलने दो. किसी मंत्री को कपट से अंदर कर आनंदित हो रहे हैं, तो होने दो. नवाब से इस्तीफा न ले. लड़ते रहें और जीतें. कंस और रावण भी मारे गए. यही हिंदुत्व है.
लंबी पूछताछ के बाद हुई गिरफ्तारी
गौरतलब है कि नवाब मलिक पर मुंबई धमाकों के दोषियों के साथ कुछ संपत्तियों के सौदों में संबंध होने का आरोप है. गिरफ्तारी से पहले मलिक से बुधवार को करीब 6 घंटे तक पूछताछ की गई. सुबह 8 बजे मलिक को ईडी अधिकारी उनके आवास से अपने दफ्तर लेकर आ गए थे. 6 घंटे की पूछताछ के बाद मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के बाद मलिक ने कहा कि हम लड़ेंगे, जीतेंगे और सभी को बेनकाब करेंगे.