लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया। अपने डेढ़ घंटे के भाषण में उन्होंने सरकार के काम गिनाए, योजनाओं का बखान किया और विपक्ष पर शायराना अंदाज में प्रहार किया। भाषण के आरंभ में कहा कि राष्ट्रपति ने अपने दूरदर्शी संबोधन में हमारा और करोड़ों भारतीयों का मार्गदर्शन किया। गणतंत्र के प्रमुख के रूप में उनकी उपस्थिति ऐतिहासिक होने के साथ-साथ देश की बेटियों और बहनों के लिए प्रेरक भी है।
राष्ट्रपति ने आदिवासी समुदाय का गौरव बढ़ाया है। आज आजादी के कई वर्षों के बाद आदिवासी समुदाय में गर्व की भावना है और उनके आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है। यह देश और सदन इसके लिए उनका आभारी है। मैं कल देख रहा था। कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईकोसिस्टम,समर्थक…उछल रहे थे। और खुश होकर कहने लगे,ये हुई न बात! शायद नींद भी अच्छी आई होगी, शायद आज उठ भी नहीं पाए होंगे। ऐसे लोगों के लिए कहा गया है…अच्छे ढंग से कहा गया है.
पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें
– राष्ट्रपति के भाषण के दौरान सदन में विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब राष्ट्रपति जी का भाषण हो रहा था तो कुछ लोग कन्नी भी काट गए। एक बड़े नेता महामहिम राष्ट्रपति जी का अपमान भी कर चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘जनजातीय समुदाय के प्रति नफरत भी दिखाई दी है और हमारे जनजातीय समाज के प्रति उनकी सोच क्या है, लेकिन जब इस प्रकार की बातें टीवी के सामने कही गईं तो भीतर पड़ा हुआ जो नफरत का भाव था, वो सच बाहर आ ही गया।’
– पीएम मोदी ने कहा देश को भ्रष्टाचार की समस्याओं से अब मिल रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जी ने यह भी कहा था कि देश की एक बड़ी आबादी ने जिन सुविधाओं के लिए दशकों तक इंतजार किया, वे इन वर्षों में उसे मिलीं हैं। देश सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की समस्याओं से मुक्ति चाहता था, वो मुक्ति उसे अब मिल रही है।’
– पीएम ने भारत की सराहना करते हुए कहा कि दुनिया के तमाम देशों व हमारे पड़ोस में जिस तरह के हालात हैं, ऐसे समय में कौन हिंदुस्तानी गौरव नहीं करेगा कि उनका देश दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। आज पूरे विश्व में भारत को लेकर एक सकारात्मक विचार हैं। उन्होंने कहा कि 100 साल में आई हुई यह भयंकर महामारी, दूसरी तरफ युद्ध की स्थिति और बंटा हुआ विश्व इस स्थिति में भी, संकट के माहौल में देश जिस प्रकार से संभला है, इससे पूरा देश आत्मविश्वास और गौरव से भर रहा है।
– पीएम मोदी ने कहा कि देश की प्रगति को निराशा में डूबे कुछ लोग स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें भारत के लोगों की उपलब्धियां नहीं दिखती हैं। बीते 9 सालों में भारत में 90 हजार स्टार्टअप… दुनिया में हम स्टार्टअप के मामले में तीसरे नंबर पर हैं। इतने कम समय में देश में 108 यूनिकॉर्न बने।
– पीएम ने खेल की दुनिया का जिक्र करते हुए कहा कि खिलाड़ी अपना रुतबा दिखा रहे हैं। स्पोर्ट्स के अंदर भारत का परचम हमारे बेटे और बेटियां दोनों लहरा रहे हैं। शिक्षा क्षेत्र में भारत आगे बढ़ रहा है। वहीं बेटियों की भागीदारी बराबर होती जा रही है। देश में इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
– पीएम ने यूपीए की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 2004 से 2014 आजादी के इतिहास में घोटालों का समय रहा। कश्मीर से कन्याकुमारी, भारत के हर कोने में आतंकवादी हमलों का सिलसिला 10 साल चलता रहा। हर नागरिक असुरक्षित था। 10 साल में जम्मू-कश्मीर में हिंसा होती रहती थी। आज हर मौके को मुसीबत में पलटना यूपीए की पहचान बन गई है।
– पीएम मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया में भारत ब्लैकआउट चर्चा में आया। देश के विकास में ऊर्जा का अपना एक महत्व होता है। भारत की ऊर्जा शक्ति के उभार की दिशा में चर्चा की जरूरत थी। इस सदी के दूसरे दशक में भारत की चर्चा ब्लैकआउट के नाम पर हुई है।
– पीएम ने अपने भाषण में लोकतंत्र में आलोचना का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि सदियों से लोकतंत्र हमारी रगों में पनपा हुआ है। आलोचना लोकतंत्र की मजबूती के लिए, लोकतंत्र की आत्मा के लिए आलोचना एक शुद्धि यज्ञ है। बहुत दिनों से इंतजार कर रहा हूं कोई तो आलोचना करेगा, लेकिन आरोपों में 9 साल गंवा दिए। चुनाव हारने पर ईवीएम को दोष, चुनाव आयोग को गाली… क्या तरीका है।
– पीएम मोदी ने कहा कि यहां कुछ लोगों को हार्वर्ड का क्रेज है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में ऐसा ही कहा गया था कि भारत की बर्बादी पर हार्वर्ड में स्टडी होगी। कल फिर सदन में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की स्टडी की बात हुई। पीएम ने कहा मुझे विश्वास है कि भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर हार्वर्ड ही नहीं बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटियों में भी स्टडी होगी और कांग्रेस को डुबाने वाले लोगों पर भी स्टडी होगी।
– पीएम ने कहा कि कई बस्तियों में पहली बार जल, बिजली पहुंची है। 140 करोड़ देशवासियों का आशीर्वाद मेरा सुरक्षा कवच है। उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि गालियों और झूठ के शस्त्र से इस सुरक्षा कवच को कभी भेद नहीं सकते हो। हमारी सरकार कुछ बातों के लिए प्रतिबद्ध है। समाज के वंचित वर्ग को वरीयता उस संकल्प को लेकर हम जी रहे हैं।