तुर्किये और सीरिया में भूकंप के चलते जान गंवाने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। नए आंकड़ों के अनुसार, अब तक 15 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। घायलों की संख्या 80 हजार से भी अधिक हो गई है। अभी बड़ी संख्या में लोग मलबे के नीचे फंसे हुए हैं। ऐसे में मृतकों और घायलों की संख्या में कई गुना ज्यादा बढ़ोतरी हो सकती है।
अभी भी तुर्की और सीरिया के कई शहरों से मलबों को हटाने का काम जारी है। मलबों के अंदर से लाशें अभी भी निकल रही है। ऐसे में मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। दूसरी ओर भूकंप से दोनों देशों की इंफ्रास्ट्रक्चर को भी भारी नुकसान हुआ है। जिसकी भरपाई काफी मुश्किल है।
भारत ने चलाया ‘ऑपरेशन दोस्त’
इस दौरान भारत का ‘ऑपरेशन दोस्त’ भी जारी है। सेना, एयरफोर्स के जवान, एनडीआरएफ ऑर डॉक्टर्स की टीम तुर्किये भेजी गई है। बड़े पैमाने पर राहत सामग्री भी भेजी गई है। इसके साथ ही दुनिया के 70 से अधिक देश दोनों देशों में मदद के लिए आगे आए हैं। इन देशों की ओर से भूकंप प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ मेडिकल कैंप भी लगाए गए हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि मिशन ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत 6वीं उड़ान अधिक सर्च एंड रेस्क्यू अभियान दलों के साथ गुरुवार सुबह भूकंप प्रभावित तुर्की पहुंची। इस बारे में उन्होंने Twitter पर जानकारी दी।
भारत से रेस्क्यू की छह टीमें तुर्की पहुंची
भारत से अभी तक ऑपरेशन दोस्ती के तहत एनडीआरएफ की छठी टीम तुर्की पहुंच चुकी है। जो अलग-अलग इलाकों में तुर्की की सेना और स्थानीय टीम के साथ मिलकर मानवता को बचाने की कोशिश में जुटी है। इसमें NDRF बचाव दल की 4 और मेडिकल सहायता के लिए 2 टीमें हैं। सभी आवश्यक उपकरण भी भेजा जा रहा है। गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर राहत टीम को रवाना करने के बाद केंद्रीय राज्यमंत्री कहा तुर्की में एक क्षेत्र अस्पताल भी खोला जा चुका है।
15 हजार से अधिक लोग हुए प्रभावित
सोमवार को करीब 20 लाख की आबादी वाले तुर्किये शहर के गाजियांटेप में 7.8 तीव्रता का पहला भूकंप आया, इसके बाद 7.5 तीव्रता वाला दूसरा भूकंप और कई आफ्टरशॉक्स आए। डेनमार्क और ग्रीनलैंड के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण में बताया गया है कि इसके झटके ग्रीनलैंड तक महसूस किए गए हैं.
जानकारी के मुताबकि, अब तक मौत का आंकड़ा 15,383 तक पहुंच गया है, जिसमें तुर्किये में 12,391 और सीरिया में 2,992 शामिल हैं। इसी के साथ बचाव अभियान अभी भी जारी हैं, जिसको देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि मौत का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है।
वही हजारों लोग घायल हैं, जिनमें से कई अभी भी जिंदगी और मौत की जंग से जूझ रहे हैं। दोनों देशों की सरकार ने घटना में मारे गए लोगों के अंतिम संस्कार की भी तैयारियां शुरू कर दी है। सरकारों ने बताया कि उन सभी लोगों को दफनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिनकी पहचान हो गई है।