फरीदाबाद, 13 जुलाई । हरियाणा के फरीदाबाद जिले में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी और बरसात के चलते यमुना ने रौद रूप ले लिया है, जिसके चलते यमुना से सटे अधिकतर गांवों में पानी पहुंचना शुरू हो गया है वहीं नदी के साथ सटी कालोनियों में भी घर डूबने लगे है।
सूचना मिलने पर प्रशासन लोगों का रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रहा है, लेकिन जलस्तर बढऩे से लोगों का जन जीवन पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। पानी के चलते किसी का मकान डूब गया तो किसी की फसल नष्ट हो गई और किसी का घरेलू सामान डूब गया। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के साथ एनडीआरएफ की टीमें भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जुटी हुई है।
जिले के लालपुर गांव, महावतपुर, भूपानी के पास बनी वसुंधरा कालोनी सहित अनेकों जगहों पर पानी का स्तर निरंतर बढ़ रहा है, जिसके चलते प्रशासन ने यहां से लोगों को जाने के लिए कह दिया है। लोग अपना सामान लेकर यहां से निकल भी रहे है। ददसिया गांव और लालपुर में बांध में दरार पडऩे लगी है, जिससे ग्रामीण चिंतित है। वहीं लोगों का कहना है कि 1978 के बाद यमुना का इतना रुद्र रूप उन्होंने देखा है, उस दौरान भी इतना जलस्तर नहीं था, लेकिन इस बार हालात ज्यादा भयावह नजर आ रहे है।
सिंचाई विभाग के एक्सईएन विरेंद्र यादव ने बताया कि फिलहाल यमुना का जलस्तर तीन लाख 38 हजार क्यूसिक है, जबकि 2013 में तीन लाख 60 हजार क्यूसिक क्रास कर गया था। उन्होंने बताया कि 2013 में रिवर इंम्प्लाइंट करके नदी को चौड़ा किया गया था। उन्होंने बताया कि सोनीपत में पानी स्टेबल हो गया है और शाम तक फरीदाबाद में और पानी आएगा और उसके बाद जलस्तर कम होता जाएगा। लालपुर के सरपंच ललित चौहान ने बताया कि बचाव कार्य में प्रशासन व वह स्वयं जुटे हुए है और जलस्तर बढऩे से लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया तो गया है, लेकिन उनके खान-पान की व्यवस्था प्रशासन को करवानी चाहिए इसके अलावा और मुस्तैदी से प्रशासन को राहत बचाव कार्य में जुटना चाहिए।
सेव फरीदाबाद के पारस भारद्वाज का कहना है कि यमुना इस समय अपने प्राकृतिक रूप में है, अक्सर देखने में मिलता है कि यमुना में गंदा पानी बहता है, लेकिन मौजूदा समय में पानी बिल्कुल साफ है। उन्होंने कहा कि कुछ डीलरों ने यमुना से सटी जगहों पर अवैध कालोनियां काटकर गरीब लोगों को गुमराह कर बेच दी और उन्होंने मकान बना लिए, लेकिन यह ध्यान नहीं दिया कि अगर नदी का जलस्तर बढ़ेगा तो उनके आशियाने बर्बाद हो जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे डीलरों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, जो ऐसे गलत काम करते है।