नई दिल्ली, 04 मार्च। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार पंजाब के उन किसान नेताओं के घर केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से छापेमारी करवा रही है जिन्होंने तीन कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन किया था। एसकेएम ने शनिवार को जारी अपने बयान में कहा कि हम 13 मार्च को इन छापों के खिलाफ पंजाब के जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे।
एसकेएम का कहना है कि 21 फरवरी को सीबीआई ने भारतीय किसान यूनियन (लखोवाल) के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष हरिंदर सिंह लाखोवाल और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतनाम सिंह बेहरू के परिसरों पर छापेमारी की। छापा मारने वाली पार्टी द्वारा किसान नेताओं को कोई सूचना या तलाशी वारंट पेश नहीं किया गया और छापेमारी का कोई कारण भी नहीं बताया गया।
इस दौरान सतनाम सिंह बेहरू के चेक बुक, बैंक पास बुक, संस्थाओं के लेटर पैड और मोबाइल फोन भी बिना किसी लिखा पढ़ी के जब्त कर लिए गए। 28 फरवरी को पंजाब के किसान संगठनों ने इन छापों के विरोध में पंजाब के राज्यपाल के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा था।
एसकेएम ने कहा कि 20 मार्च को दिल्ली में होने वाली किसान महापंचायत, जहां देश भर के किसान मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों और कार्यों के विरोध में इकट्ठा होंगे, में सीबीआई के छापे और उत्पीड़न का मुद्दा से उठाया जाएगा।