संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन को लेकर मंगलवार यानी आज संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा देखने को मिल रहा है. सरकार ने सोमवार को संकेत दिए थे कि ये सदस्य माफी मांग लेते हैं तो उनका निलंबर समाप्त किया जा सकता है, लेकिन कांग्रेस और टीएमसी ने साफ कर दिया है कि ये सदस्य माफी नहीं मांगेगे.
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि माफी मांगने का सवाल नहीं है, क्योंकि उनका निलंबन गलत तरीके से हुए है. 12 राज्यसभा सांसदों में से एक भाकपा के बिनॉय विश्रम ने कहा, हमने आत्मनिर्भर भारत के लिए बैंक के निजीकरण के मुद्दे पर लड़ाई लड़ी… हम माफी नहीं मांगेंगे. इसके बाद जैसे ही सदन की कार्रवाई शुरू हुई विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया.
कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाया. उन्होंने इस कार्रवाई को नियमों के खिलाफ बताते हुए निलंबन वापस लेने का अनुरोध किया. वहीं लोकसभा में विपक्ष ने वॉक आउट किया. कांग्रेस के साथ ही डीएमके और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने बहिष्कार किया.
निलंबन को रद्द करने के अनुरोध को खारिज
राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू ने निलंबन वापस लेने से इन्कार कर दिया. उन्होंने खड़गे की बात का जवाब देते हुए कहा कि 12 निलंबित सदस्यों ने उस दिन क्या किया, यह सभी ने देखा, उनके निलंबन का प्रस्ताव आया था, जो पारित हुआ, इसके बाद अन्य विपक्षी सदस्यों ने उनकी हरकत को सही साबित करने की कोशिश की. इसलिए निलंबन का फैसला अंतिम है.
उन्होंने कहा कि मैंने आप सभी की बातें सुन ली है, लेकिन चेयरमैन को फैसला करने का अधिकार होता है. उन्होंने कहा कि फैसला चेयरमैन का नहीं बल्कि सदन का था. वेंकैया नायडू ने कहा कि 11 अगस्त को क्या हुआ था वो देश ने देखा. राज्यसभा के सभापति ने आगे कहा कि उनकी जिम्मेदारी है कि सदन चले. उन्होंने कहा कि कभी कभार होना चाहिए, पर 17 दिन लागातर करना सही नहीं है.
इससे पहले इस मुद्दे पर आगे की रणनीति तय करने के लिए विपक्ष की बैठक हुई. इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी भी शामिल हुई। वहीं, अगर सरकार इनका निलंबन वापस नहीं लेती है तो विपक्ष पूरे सत्र का बहिष्कार कर सकता है.
निलंबन पर विपक्षी की एक और बैठक
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी नेता एक और बैठक कर रहे हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा जिन 12 सदस्यों को निलंबित किया गया उन्हें वापस लेने के लिए आज हम अध्यक्ष महोदय से मिले और उनसे आग्रह किया गया. पिछले सत्र में जो घटना हुई थी फिर उसे उठाकर फिर से सदस्यों को निलंबित करना गैरक़ानूनी है और नियमों के खिलाफ है.
विपक्षी नेताओं का संसद परिसर में प्रदर्शन
राज्यसभा सांसदों के निलंबन के खिलाफ संसद परिसर में विपक्षी दलों के नेता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं. राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू की तरफ से सांसदों के निलंबन की वापसी की मांग खारिज किए जाने के बाद विपक्षी दलों के नेताओं की तरफ से यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हमने राज्यसभा के 12 सांसदों को निलंबन के खिलाफ बाकी दिनों के लिए लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया है.
राज्यसबा के सदस्यों के निलंबन पर कांग्रेस, DMK और नेशनल कांफ्रेंस के वाक आउट के बाद लोकसभा दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित किया गया.