राष्ट्रपति भवन की ओर से जानकारी दी गई कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) ने आज राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात की और कल पंजाब में उनके काफिले में सुरक्षा चूक की जानकारी ली. राष्ट्रपति ने गंभीर चूक पर चिंता व्यक्त की है.
देश के सर्वोच्च पद पर आसीन व्यक्ति की सुरक्षा में इस तरह की लापरवाही से चिंतित राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से जानकारी ली. प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात कर पूरी स्थितियों व घटनाक्रम की जानकारी दी है.
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया…राष्ट्रपति जी ने बुलाया था. उनकी चिंता के लिए उनका आभारी हूं. उनकी शुभकामनाओं के लिए आभारी हूं, जो हमेशा ताकत का स्रोत हैं.
हाईलेवल जांच कमेटी गठित
पीएम की सुरक्षा में चूक की जांच को लेकर पंजाब सरकार ने एक उच्च-स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया है. कमेटी में रिटायर्ड जस्टिस मेहताब सिंह गिल, और गृह मामलों के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और जस्टिस अनुराग वर्मा को शामिल किया गया है. यह कमेटी 3 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी.
गृह मंत्रालय ने भी मांगी है रिपोर्ट
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा चूक को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी. गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा था कि प्रधानमंत्री के दौरे में सुरक्षा प्रक्रिया में इस तरह की लापरवाही पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इसके लिए जवाबदेही तय की जाएगी.
सुप्रीम कोर्ट में भी उठा मामला
इस मामले को वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंदर सिंह (Manindr Singh) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में CJI एनवी रमना (NV Ramana) के सामने उठाया और जांच की मांग की. कोर्ट ने मनिंदर सिंह से केंद्र और पंजाब सरकार को याचिका की एक प्रति देने को कहा है.
प्रधानमंत्री के लौटने का खेद है – पंजाब के सीएम
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात की खबर से पहले बुधवार को ही पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने प्रधानमंत्री के राज्य के दौरे से बीच में ही लौटने पर खेद जता चुके हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि न ही सुरक्षा में कोई चूक हुई और न ही किसी हमले जैसी स्थिति थी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आखिरकार, वह देश के प्रधानमंत्री हैं. हम उनका सम्मान करते हैं. एक लोकतांत्रिक व्यवस्था और संघीय व्यवस्था है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में अचानक बदलाव हुआ, भाजपा को इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए.
क्या है मामला?
दरअसल बुधवार को पाकिस्तानी सीमा से महज 30 किलोमीटर की दूरी पर पंजाब के फिरोजपुर जिले में पीएम मोदी की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया था. पीएम सड़क के रास्ते रैली में शामिल होने के लिए पंजाब जा रहे थे. यहां उनके काफिले को प्रदर्शनकारियों ने रोक लिया जिस कारण से लगभग 20 मिनट तक पीएम फ्लाईओवर पर फंसे रहे. इसके बाद आखिरकार आगे का कार्यक्रम रद करना पड़ा और प्रधानमंत्री को दिल्ली वापस लौटना पड़ा.
जहां यह काफिला रूका था वहां से पाकिस्तान की दूरी भी कम है. पिछले साल सितंबर में इसी क्षेत्र में आतंकी वारदात को अंजाम दिया गया था. लिहाजा केंद्रीय गृह मंत्रालय के अलावा पीएम सिक्योरिटी के तमाम अधिकारियों के चेहरे पर शिकन आ गई थी.