गुलाम नबी आजाद ने आज अपनी नई पार्टी के नाम की घोषणा कर दिया है। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम ‘डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी’ रखा है। सोमवार को जम्मू में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने पार्टी के नाम की घोषणा की। बता दें कि रविवार को ही गुलाम नबी आजाद श्रीनगर पहुंचे हैं। वह 27 सितंबर तक यहां रहेंगे। इसके बाद वह दिल्ली जाने वाले हैं।
गुलाम नबी आजाद तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को जम्मू पहुंचे। अपनी पार्टी की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी की विचारधारा उनके नाम की तरह होगी और इसमें सभी धर्मनिरपेक्ष लोग शामिल हो सकते हैं। वह पार्टी का एजेंडा भी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं। इसमें जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना, जमीन और नौकरियों के अधिकार स्थानीय लोगों के लिए सुरक्षित करने के लिए संघर्ष जारी रखना शामिल है।
नयी पार्टी के लॉन्च के दौरान गुलाम नबी आज़ाद ने कहा, “डेमोक्रेसी डेमोक्रेटिक के लिए है कि पूरी स्वतंत्र होगी। जिसका मैंने उल्लेख किया कि अपनी सोच होगी। किसी भी पार्टी या नेता से प्रभावित नहीं होगी और आज़ाद रहेगी।” अपनी नई पार्टी को लेकर गुलाम नबी ने कहा कि लगभग 1,500 नाम हमें उर्दू, संस्कृत में भेजे गए थे। हिंदी और उर्दू का मिश्रण हिंदुस्तानी है। हम चाहते थे कि नाम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और स्वतंत्र हो इसलिए पार्टी का ये नाम तय हुआ।
गुलाम नबी आजाद ने अपनी नई ‘लोकतांत्रिक आजाद पार्टी’ के झंडे का अनावरण भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा, “कहते हैं सरसों का रंग रचनात्मकता और विविधता में एकता को इंगित करता है, सफेद शांति को इंगित करता है और नीला रंग स्वतंत्रता, खुली जगह, कल्पना और समुद्र की गहराई से आकाश की ऊंचाइयों तक की सीमाओं को इंगित करता है।”
73 वर्षीय गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके अलावा उन्होंने सोनिया गांधी को लंबा चौड़ा पत्र भी लिखा था और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा था। बता दें कि गुलाम नबी आजाद जी-23 नेताओं में शामिल थे। उनके पार्टी छोड़ने के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ फारूक अब्दुल्ला ने भी उन्हें ऑफर दिया था और कांग्रेस की आलोचना की थी।