जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को उनका आधिकारिक सरकारी आवास खाली करने को कहा गया है। जम्मू कश्मीर प्रशासन की तरफ से यह नोटिस भेजा गया है।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गुपकार रोड पर बने फेयरव्यू रेसिडेंस को खाली करने का नोटिस मुझे कुछ दिन पहले दिया गया था। यह कोई हैरानी की बात नहीं है और यह मौजूदा प्रशासन से अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि नोटिस में उल्लेख किया गया है कि बंगला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के लिए है, लेकिन ऐसा नहीं है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘यह स्थान मेरे पिता (मुफ्ती मोहम्मद सईद) को दिसंबर 2005 में आवंटित किया गया था, जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद छोड़ा था। इसलिए प्रशासन द्वारा बताए गए आधार सही नहीं हैं।’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह अदालत में नोटिस को चुनौती देंगी, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख ने कहा कि वह अपनी कानूनी टीम से सलाह लेंगी। उन्होंने कहा,‘मेरे पास ऐसी जगह नहीं है जहां मैं रह सकूं। इसलिए मुझे निर्णय लेने से पहले अपनी कानूनी टीम से परामर्श करना होगा।’
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने यह नोटिस जम्मू और कश्मीर सार्वजनिक परिसर (अनधिकृत कब्जाधारियों की बेदखली) अधिनियम, 1988, संशोधित अधिनियम, 2016 के तहत भेजा है।
बता दें कि मौजूदा समय जम्मू कश्मीर की पूर्व पीएम गुपकार मार्ग पर स्थित फेयर व्यू नामक सरकारी बंगले में रह रही हैं। गुपकार मार्ग श्रीनगर में सबसे संभ्रांत और पाश इलाकों में से एक माना जाता है। ये बंगला उनके पिता स्वर्गीय मुफ्ती मोहम्मद सईद को मुख्यमंत्री के तौर पर आवंटित किया गया था उनके निधन के बाद से महबूबा मुफ्ती यहां रहने लगी थीं।