पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के नेता समेत 3 लोगों की हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि ये घटना दक्षिण 24 परगना जिले की है. यहां अज्ञात लोगों ने बाइक से जा रहे टीएमसी नेता स्वपन माझी और उनके दो साथियों पर फायरिंग कर दी. तीनों की मौके पर ही मौत हो गई. घटना आज सुबह 9 बजे की बताई जा रही है.
बताया जा रहा है कि दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग में टीएमसी नेता स्वपन माझी अपने दो साथियों के साथ बाइक से कहीं जा रहे थे. तभी कुछ लोगों ने बाइक रोककर तीनों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. इसके बाद हमलावर फरार हो गए. तीनों की मौके पर मौत हो गई. पुलिस को मौके से गोलियों के खाली खोके और बम मिले हैं.
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के कैनिंग के गोपालपुर गांव में गुरुवार को स्थानीय तृणमूल समर्थित पंचायत सदस्य समेत दो तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं का शव मिला जिससे इलाके में सनसनी फैल गई. बताया जा रहा है कि खून से सना शव सड़क के किनारे मिला जिसकी खबर पूरे प्रदेश में आग की तरह फैल गई. घटना की सूचना के बाद स्थानीय लोगों की भीड़ घटना स्थल पर जमा हो गई.
सूचना के बाद पुलिस मौके वारदात पर पहुंचकर तीनों के शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्डम के लिए अस्पताल भेज दिया है. शव के पास ही गोली के खोखे बरामद किये गये है. शुरूआती जांच के बाद पुलिस ने अनुमान जताया है कि उक्त लोगों की गोली मारकर हत्या की गई है.
पुलिस ने बताया की गुरुवार की सुबह दो स्थानीय पंचायत सदस्य स्वपन मांझी, भूतनाथ प्रमाणिक और झंटू मांझी घर से निकले थे. ये सभी दक्षिण 24 परगना कैनिंग के गोपालपुर ग्राम पंचायत के धर्मतला क्षेत्र के रहने वाले हैं. वे 21 जुलाई को शहीद दिवस को लेकर प्रस्तुति सभा में भाग लेने हेतु लोगों के बीच प्रचार हेतु निकले थे. ये तीनों बाइक पर सवार थे.
कथित तौर पर बदमाशों ने पीर पार्क के पास उनका रास्ता रोक दिया. बदमाशों ने स्वपन पर फायरिंग शुरू कर दी. भयभीत होकर भूतनाथ और झंटू ने मौके से भागने की कोशिश करने लगे. हालांकि बदमाशों ने उन्हें भी गोली मार दी. इसके बाद बदमाश मौके से फरार हो गये.गोली की आवाज सुनकर जब स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे तो तीनों का शव पड़ा हुआ पाया.
स्वपन माझी टीएमसी के नेता हैं और स्थानीय पंचायत के सदस्य भी थे. केनिंग पश्चिम के टीएमसी विधायक परेश राम दास ने कहा कि हत्यारों ने पहले तो टीएमसी नेता समेत तीन लोगों को गोली मारी और हत्या करने के बाद उनका गला भी काटने की कोशिश की गई थी.
विधायक परेश राम दास ने कहा, ‘माझी मंगलवार रात को मेरे पास आए थे और कहा था कि मेरी हत्या की जा सकती है. मैंने उनसे कहा था कि गुरुवार दोपहर को आएं ताकि मैं पुलिस से बात करूं और सुरक्षा की कुछ व्यवस्था कराई जा सके.’
TMC बोली- भाजपा जिम्मेदार
इस घटना के लिए टीएमसी ने एक तरफ भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है तो वही भाजपा का कहना है कि यह उसकी आंतरिक कलह का नतीजा है. टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘हम इस मामले में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहे हैं. यह टीएमसी पर हमला है. भाजपा हमारे दल को कमजोर करना चाहती है और राज्य की छवि को भी खराब करने का प्रयास कर रही है. वे हिंसा कर रहे हैं और फिर शिकायतें करते हैं कि राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है.’ इस पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि टीएमसी की इस थ्योरी पर तो कोई बच्चा भी भरोसा नहीं करेगा.