कोरोना वायरस (Coronavirus) एक बार फिर से लोगों को डराने लगा है. चीन में बिगड़े हालातों को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को सतर्क रहने का निर्देश दे दिया गया है. ऐसे में कर्नाटक की बसवराज बोम्मई सरकार ने सोमवार को कोरोना की तैयारियों को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक की।
कोरोना के बढ़ते खतरे को देख कर्नाटक सरकार ने भीड़भाड़ वाली खुली जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। सोमवार को राज्य सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की। सरकार ने फैसला किया है कि नए साल के अवसर पर रात 1 बजे तक जश्न मनाया जा सकेगा।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर (K Sudhakar) की अध्यक्षता में यह बैठक हुई, जहां पर नए साल के जश्न को देखते हुए कई अहम फैसले लिए गए। चीन समेत कई देशों में तेजी से बढ़ते कोरोना के प्रसार को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने रेस्त्रां, पब, थियेटर हॉल, स्कूल और कॉलेजों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। हम अभी कोरोना को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठा रहे हैं।
राज्य सरकार ने कहा कि गर्भवती महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को भीड़भाड़ वाली जगह जाने से जरूर बचना चाहिए। अगर किसी बंद जगह पर किसी कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है तो उसमें शामिल होने वाले लोगों की संख्या उपलब्ध सीट से अधिक नहीं होनी चाहिए।
इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई ने हुबली में कहा, ‘बूस्टर खुराक देने के लिए, तालुक और जिला स्तर पर बड़े पैमाने पर शिविर आयोजित किए जाएंगे। मास्क पहनना, दूरी बनाए रखना और अन्य प्रोटोकॉल सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई की जाएगी।’
दवाओं, टीकों और अन्य स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को स्टॉक करने के निर्देश दिए गए हैं। बोम्मई ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं कि ऑक्सीजन संयंत्र अच्छी और काम करने की स्थिति में हों। उन्होंने कहा कि उन्हें ड्राई रन करने को कहा गया है।
एयरपोर्ट पर पहले से ही प्रतिबंध लागू हैं. संकट की स्थिति का सामना व्यक्ति, संगठन, समाज और सरकार को भी करना चाहिए। लोगों को कोविड-19 महामारी से घबराने की जरूरत नहीं है. लेकिन, एहतियाती उपाय करना जरूरी है।