केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को रूस की स्पूतनिक-वी टीका बनाने की मंजूरी दे दी। सूत्रों के अनुसार, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने सीरम को हडपसर में अपनी लाइसेंस प्राप्त सुविधा पर परीक्षण और विश्लेषण के लिए स्पूतनिक-वी को बनाने की अनुमति दी है।
सीरम इंस्टीट्यूट ने हाल में Sputnik V की मैन्यूफैक्चरिंग के लिए आवेदन किया था। उसने जांच, टेस्ट और एनालिसिस की अनुमति मांगी थी।कंपनी ने इस संबंध में गुरुवार को डीजीसीआई के पास आवेदन किया था।
संस्थान ने स्पूतनिक वी बनाने के लिए मॉस्को के गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के साथ गठजोड़ किया है। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, रूसी वैक्सीन को 21 दिनों के अंतराल में देने की जरूरत पड़ती है। गमालेया के अनुसार, स्पूतनिक V की दो डोज 91 फीसदी कारगर है। वहीं, एक डोज 79.4 फीसदी प्रभावी है।
अभी डॉ. रेड्डीज लेबोरेट्रीज Sputnik V की मैन्यूफैक्चरिंग कर रही है। इस साल के अंत तक Sputnik V की 85 करोड़ डोज बनाने का लक्ष्य रखा गया है। शुरुआती महीनों में कुछ लाखों में वैक्सीन का निर्माण होगा, जबकि समय बीतने के साथ ही रूसी वैक्सीन को बनाने की गति में इजाफा होगा।