कोरोना काल में दिख रही ‘सर्व धर्म सम भाव’ की तसवीर
मुंबई। कोरोना की दूसरी लहर में मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. उपचार और स्वास्थ्य सुविधाओं को उपलब्ध कराने में जुटे प्रशासन के सामने सबसे बड़ी समस्या लाशों के अंतिम संस्कार को लेकर उत्पन्न हो गई थी, लेकिन कुछ जागरूक पत्रकारों ने साहसी समाजसेवियों के साथ आगे आते हुए प्रशासन की इस समस्या को लगभग हल करने में महत्वपूर्ण भमिका निभा रहे हैं. इसके अलावा अन्य कारणों या दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के काम में भी यह टीम पुलिस प्रशासन के साथ सहयोग कर रही है.
उल्लेखनीय है कि कोरोना की दूसरी लहर में मुर्दाघरों में जगह न होने से कई अस्पतालों में शवों की कतारें अंतिम संस्कार के इंतजार में पड़ी हुई हैं। हाल ही में मालाड में पांच शवों का दाह संस्कार किया गया और दो शवों को दफनाया भी गया। लावारिस शवों के अंतिम संस्कार का काम तेजी से निपटाने की इस पहल में मुंबई पुलिस भी सहयोग कर रही है।
गौरतलब हो कि लावारिस शवों की भरमार से मुर्दाघरों में नए शवों को रखने समस्या हो गई है। शवों को अंतिम संस्कार के पहले सुरक्षित रखने की चुनौती का प्रशासन और आम लोगों को इन दिनों भारी सामना कर रहा है। वारिसदार न मिलने या संदेहास्पद मौत और अन्य कारणों से पुलिस को भी अक्सर शवों को मुर्दोघरों में सुरक्षित रखना पड़ता है। अन्य लावारिस लाशें भी वहीं रखी जाती हैं। इनके अंतिम संस्कार के लिए कोई आगे नहीं आता है। मानवता के इस काम का बीड़ा उठाया है पत्रकार इकबाल ममदानी ने।
‘ममदानी हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट’ ने एक मई से अब तक 35 शवों का अंतिम संस्कार किया है। कोरोना की पहली लहर में इसी ट्रस्ट ने 1300 शवों का अंतिम कराया था। सभी शवों का अंतिम संस्कार संबंधित धार्मिक रीति-रिवाज से हो इसका भी ध्यान ट्रस्ट के कार्यकर्ता रखते हैं। इस मानवीय कार्य में अब ‘पत्रकार विकास संघ’ के अध्यक्ष आनंद मिश्र और ‘जस्ट स्माइल फाउंडेशन’ के संस्थापक बसंत रासिवासिया, सदस्य मेहुल विठलानी और मेहुल सिमरिया ने भी सहयोग के हाथ बढ़ाए हैं।
‘ममदानी हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट’ के संस्थापक इकबाल ममदानी ने बताया कि महामारी की पहली लहर में भी पूरी मुंबई में उनके ट्रस्ट ने सैकड़ों मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया। तब से लगातार यह काम जारी है। ट्रस्ट ने मुंबई पुलिस को बताया कि कागजी औपचारिकता के कारण मुंबई के शवगृहों में बड़ी संख्या में लावारिस शवों को अंतिम संस्कार का इंतजार है। इस पर मुंबई के संयुक्त पुलिस आयुक्त विश्वास नांगरे पाटील ने मुंबई के सभी सहायक पुलिस आयुक्तों को अपने क्षेत्र के पुलिस थानों के अंतर्गत लावारिस शवों के अंतिम संस्कार की कार्रवाई करने संबंधी आदेश जारी किया है। संबंधित उपायुक्तों को भी उन्होंने इस काम पर लगाया है।