ललितपुर में 13 साल की किशोरी ने SHO पर रेप का आरोप लगाया है. किशोरी की मां ने तहरीर दी है. इसमें बताया है कि SHO तिलकधारी सरोज ने कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किया. घटना सामने आने के बाद से SHO फरार है. वहीं, SP ने आरोपी SHO को सस्पेंड कर दिया है. वहीं DIG ने पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया है.
उत्तर प्रदेश के ललितपुर में थाने के अंदर रेप पीड़िता के साथ रेप करने के मामले में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. डीआईजी रेंज झांसी से 24 घंटे में पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी गई है. 6 एसआई, 6 हेड कॉन्स्टेबल, 10 आरक्षी, 5 महिला आरक्षी, एक ड्राइवर और एक फॉलोवर समेत 29 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर किए गए हैं. रिपोर्ट आने के बाद पुलिसकर्मियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, जिले के पाली थाना इंचार्ज सहित 6 लोगों पर एक 13 वर्षीय नावालिग किशोरी के साथ सामूहिक रेप का आरोप लगा है. मामले में चाइल्ड लाइन की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता दिखाते हुए पाली थाना इंचार्ज तिलक धारी सरोज सहित 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करावाया था.
सभी आरोपियों पर नाबालिग के साथ सामूहिक रेप, पोस्को एक्ट, SC /ST एक्ट सहित सुसंगत धाराओं में मुकद्दमा दर्ज कर पाली थाना इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया. पुलिस अधीक्षक निखिल पाठक के अनुसार, पाली थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली एक 13 वर्षीय किशोरी को उसके ही गांव में रहने वाले 4 लड़के 22 अप्रैल को बहला फुसलाकर भोपाल ले गये, जहां जाकर उसके साथ तीन दिनों तक सामूहिक रेप की घटना को अंजाम दिया गया.
किशोरी का पुलिस ने कराया डॉक्टरी परीक्षण
किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में डीआईजी ने एसपी झांसी विवेक त्रिपाठी को जांच में लगाया है. वह बुधवार को जिला अस्पताल पहुंचे और किशोरी और आरोपी महिला से पूछताछ की.
थाना पाली अंतर्गत एक मोहल्ला निवासी 13 वर्षीय किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म की षड्यंत्रकारी आरोपी महिला को भी गिरफ्तार किया गया. पुलिस महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंची जहां उसकी डॉक्टरी जांच करा रही है. आरोपी महिला से भी एसपी झांसी ने पूछताछ की है. इससे पहले किशोरी का डॉक्टरी परीक्षण कराया गया. पुलिस ने इस घटना में अब महिला सहित तीन आरोपी गिरफ्तार कर लिए हैं. वहीं निलंबित आरोपी थानाध्यक्ष समेत तीन लोग फरार चल रहे हैं.
फरार एसओ की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित
नाबालिग से दुष्कर्म के बाद फरार पाली थाने के पूर्व SHO तिलकधारी सरोज की तलाश में डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने तीन पुलिस टीमें गठित की हैं. आरोपी दरोगा की तलाश में सर्विलांस टीम भी लगी है. उसकी तलाश में प्रयागराज के गंगापार इलाके में देर रात दबिश दी गई. परिवार के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है. डीआईजी का कहना है आरोपी दरोगा की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी.
उधर मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए डीआईजी जोगेंद्र कुमार ललितपुर में कैंप कर रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आने की सूचना पर पुलिस सुरक्षा भी वहां बढ़ा दी गई है. अखिलेश यादव को पीड़िता से मिलने देने की इजाजत को लेकर संशय बना हुआ है.