घास पर नंगे पैर चलना आपके स्वास्थ्य को अनेक लाभ प्रदान कर सकता है. आपकी दादी और नानी की सलाह बिल्कुल सही थी, अगर आप एक बेहतरीन दृष्टि पाना चाहती हैं, तो वे आपको घास पर नंगे पैर चलने के लिए कहती थीं. अगर आपने अभी तक इस देसी नुस्खे को फॉलो नहीं किया है तो आप इसे फॉलो जरूर करें.
इस तकनीक का सार प्राकृतिक चिकित्सा में निहित है. इस तकनीक में, प्रकृति और उसके गुणों का उपयोग व्यक्ति को ठीक करने के लिए किया जाता है. प्राकृतिक चिकित्सा के अनुसार, हर चीज की अपनी ऊर्जा होती है. जब आप दो ताकतों को जोड़ते हैं जो एक दूसरे के पूरक होते हैं, तो यह चिकित्सीय साबित हो सकता है.
लोगों की सेहत खराब होने का आज सबसे बड़ा कारण क्या है? रिसर्च के मुताबिक उनका धरती और पर्यावरण से अलगाव है. ये खुलासा Journal of Environment and Public Health की रिपोर्ट में हुआ है. रिसर्च में जमीन से जुड़ने का सुझाव दिया गया है क्योंकि उससे मनोवैज्ञानिक और शारीरिक तौर पर फायदा पहुंचता है. जब आप नंगे पांव घास पर चलते हैं, तो उसमें ठीक करने की शक्ति है. आपके तलवे के ज्यादा जोर से दबने पर आपके अंग नियंत्रित हो जाते हैं. जमीन पर पैदल चहलकदमी के वैज्ञानिक फायदे सामने आने से पहले घर की बुजुर्ग महिलाएं इसकी सलाह दिया करती थीं. इस तकनीक में प्रकृति और उसके गुणों का इस्तेमाल शख्स को ठीक करने के लिए किया जाता है.
घास पर नंगे पैर चलने के शानदार फायदे:
अनिद्रा से राहत : अगर आप रात में ठीक से नहीं सो पा रहे हैं, तो आप अनिंद्रा या इनसोमनिया से पीड़ित हो सकते हैं और ये एक प्रकार का नींद विकार है. आप नींद की गोलियां लेने के बजाय पार्क में टहलने की कोशिश करें. आप अपने स्लीपिंग पैटर्न में पहले दिन से ही अंतर देख पाएंगी. लेकिन अनिद्रा को रोकने या अपने नींद के पैटर्न में सुधार करने के लिए, हर सुबह लगभग 30 मिनट तक घास पर नंगे पांव चलने की कोशिश करें.
सूजन को कम करता है : घास पर नंगे पैर चलने से आपके अंगों के कामकाज को उत्तेजित करने में मदद मिलती है. अब यह कई कारणों से हो सकता है, लेकिन इसका एक कारण रिफ्लेक्सोलॉजी भी है. वहीं दूसरा, आप सुबह की धूप में सैर कर रही हैं और विटामिन डी प्राप्त कर रही हैं, जो अपने एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुणों के लिए जाना जाता है. पैदल टहलना जमीन के इलेक्ट्रॉन की एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर काम करने में मदद करता है और आपके शरीर में सूजन कम करता है.
आंखों की रोशनी में सुधार : साइंस ऑफ रिफ्लेक्सोलॉजी के अनुसार, जब हम चलते हैं, तो हम अपने पैर की दूसरी और तीसरी उंगली पर अधिकतम दबाव डालते हैं. इन दोनों में अधिकतम तंत्रिका अंत (nerve endings) होता है, जो आपकी आंखों के कामकाज को उत्तेजित करता है. इसलिए, घास पर नंगे पांव चलना भी आपकी दृष्टि का भी ख्याल रखता है.
मानसिक कल्याण में सुधार : ऐसे कई अध्ययन हैं जिन्होंने ने पार्क में सैर करने के मनोवैज्ञानिक लाभों को दर्शाया है, इसके लिए घास में नंगे पैर चलने को जिम्मेदार ठहराया जाता है। तो ऐसे में आपको मानसिक स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए नंगे पैर घास में चलने का प्रयास करना चाहिए।