प्रबंधन चलाएगा खुद की 16 इलेक्ट्रिक बसें
मुंबई- उत्तर मुंबई के बोरीवली पूर्व में स्थित संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (नेशनल पार्क) निजी वाहनों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने जा रहा है. पार्क को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए पार्क प्रबंधन खुद की 16 इलेक्ट्रिक बसें चलाएगा. इसके अलावा अगले तीन-चार महीनों में पार्क में उपग्रह आधारित निगरानी प्रणाली, वायरलेस मैसेजिंग सिस्टम जैसी कई अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की कवायद शुरू हो गयी है.
संजय गांधी नेशनल पार्क के नवनियुक्त निदेशक जी. मल्लिकार्जुन ने बताया कि जनवरी के दौरान लगभग 16 इलेक्ट्रिक बसें पार्क में दौड़ने लगेंगी। पर्यटकों के लिए खुले भाग में एक साथ आठ बसें चलेंगी। प्रवेश द्वार से खरीदे गए एक टिकट पर पर्यटक हर जगह यात्रा कर सकता है. निजी वाहनों को पार्क में किसी भी कीमत पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा।सभी निजी वाहनों को प्रवेश द्वार पर पार्क करने की सुविधा होगी। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय उद्यान के सीमावर्ती क्षेत्रों में अक्सर अतिक्रमण किया जाता है। इस मामले की समय पर जानकारी और ठोस सबूत नहीं मिल पाती है। इससे निपटने के लिए जल्द ही एक उपग्रह आधारित निगरानी प्रणाली शुरू की जाएगी। इस योजना के लिए पार्क की जमा राशि से निधि प्रदान की जाएगी।
24 घंटे वन संरक्षकों की तैनाती
102 एकड़ के भूभाग में फैले नेशनल पार्क के जंगल क्षेत्र में लगभग 45 तेंदुएं और अन्य वन्यजीव रहते हैं. बाघ संरक्षण परियोजना के तहत अभयारण्य में कई स्थानों पर निगरानी के लिए सुरक्षा चौकियां स्थित हैं।इसके अलावा बोरीवली के नेशनल पार्क में कुछ अन्य स्थानों पर चेक पोस्ट स्थापित करने का प्रस्ताव है। इसको ध्यान में रखते हुए एक सर्वेक्षण किया जा रहा है. सभी वन चौकियों पर 24 घंटे वन संरक्षक तैनात किए जायेंगे।
वायरलेस संदेश प्रणाली
नेशनल पार्क के वनीय क्षेत्रों में अधिकांश इलाकों में संचार प्रणाली (मोबाईल सिस्टम) सक्रिय नहीं होने के कारण गश्त पर गए रेंजरों से संपर्क करना मुश्किल होता है। इसलिए हमने वायरलेस मैसेजिंग सिस्टम सक्रिय करने का फैसला किया है. सीसीटीवी प्रणाली को और सक्षम बनाकर निगरानी व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा।
दायरा बढ़ाना जरूरी
पार्क के वन्यजीव बचाव केंद्र के लिए हाल ही में दो वाहन शामिल किए गए हैं। इससे बचाव केंद्र के काम को गति मिलेगी। मल्लिकार्जुन ने आगे कहा कि अभी एक बाघ सूचना केंद्र निर्माणाधीन है. साथ ही चिड़ियाघर के छोटे आकार का दायरा बढ़ाने की जरूरत है।
ReplyForward |