बारिश का साइड इफेक्ट, किचन में बवाल
सब्जियां हुई मंहगी, दाल में भी आया उबाल
मुंबई, पिछले हफ्ते हुई भारी बारिश ने सब्जियों के उत्पादन पर इतना असर डाला है कि सब्जियां मंहगी हो गई हैं। इसके चलते दालों की कीमतों में भी उबाल आ गया है। इसका सीधा असर आम लोगों के किचन पर पड़ा है। इससे कोरोना काल में घरों का बजट बिगड़ने से बवाल हो गया है। एपीएमसी वाशी के थोक सब्जी व्यापारी रमाशंकर पांडेय के अनुसार बरसात होने के कारण किसानों की सब्जी की फसल को काफी नुकसान हुआ है। इसका प्रभाव अब आपूर्ति में कमी के रूप में दिखाई दे रहा है। नतीजतन सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े हैं। मुंबई में के सभी उपनगरों में सब्जियों के दाम लगातार बढ़ते जा रहे है। 10 रुपए बिकने वाली भिंडी 40 रुपए किलो बिक रही है। टमाटर भी लाल होकर 40 से 60 रुपए के बीच बेचा जा रहा है। पत्ता गोभी 20 से 40 रुपए, बैगन 15 से 40, आलू 30 से 40 रुपए, फूल गोभी 60 से 120 तक बिक रही है।
और भी बढ़ सकते हैं सब्जियों के दाम
सब्जियों के आसमान छूते दामों ने लोगो को और भी परेशानी में डाल दिया है। सब्जियों के दाम अब लोगों के बजट के पार चले गए हैं। बाजार के जानकारों के अनुसार सब्जियों की अगली फसल तैयार होने में वक्त लगेगा इसलिए अगले कुछ दिनों तक सब्जियों के दाम और बढ़ सकते हैं। अधिकतर लोगों को जरूरत से कम ही सब्जियां खरीदकर घर वापस जाना पड़ रहा है। देश में दलहनों की सालाना खपत तकरीबन 240 लाख टन है, जबकि बीते दो फसल वर्षो के दौरान घरेलू उत्पादन कम हुआ है।
दाल के दाम में भी उबाल
बीते महीने से देश के प्रमुख दलहन बाजारों में उड़द के दाम में 500 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा हुआ है, जबकि तुअर के दाम में करीब 600 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई है. वहीं, मूंग के भाव में 800 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है. इसके साथ-साथ चना के भाव में भी बीते सप्ताह तक 500 रुपये प्रतिक्विंटल का उछाल आया। जब जब सब्जियां मंहगी होती हैं तो लोग दालों का अधिक प्रयोग करते हैं। इसका असर मांग और आपूर्ति पर पड़ता है जिससे बाजार में दाम बढ़ जाते हैं।