देशभर में फिलहाल नवरात्रि उत्सव की धूम है. लोग अलग-अलग प्रकार से नवरात्रि मना रहे हैं लेकिन गुजरात के सूरत में नवरात्रि के इस पर्व पर कुछ अलग ही देखने को मिला. शहर के पूना गांव इलाके में महिलाओं, पुरुषों और बच्चों ने महंगाई के खिलाफ गरबा खेला. महिलाओं और पुरुषों ने गैस सिलेंडर सिर पर रखकर गरबा खेला तो बच्चों ने बोतल में डीजल पेट्रोल लेकर गरबा खेला.
देश में महंगाई की मार आज हर कोई इंसान झेल रहा है. दिन व दिन बढ़ते डीजल/पेट्रोल की कीमतों और गैस सिलेंडर की कीमतों ने हर किसी के जीवन का घरेलू बजट को बिगाड़ दिया है. सूरत के पूना गांव इलाके की सत्यनारायण सोसायटी की ये तस्वीरें हैं. इन्हें देखिए और समझिए कि लोग महंगाई से कितनी हद तक परेशान हो चुके हैं यही वजह है कि नवरात्रि जैसे पावन पर्व पर सामान्य गरबा खेल कर मां की भक्ति करने के बजाए लोग बढ़ती महंगाई में खिलाफ गरबा खेल रहे हैं.
संदेश देने की कोशिश
तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि यहां गरबा खेल रहे लोगों में से किसी ने सिर पर तेल का डिब्बा रखा है तो किसी ने अपने सिर पर गैस का सिलेंडर रखा है. तो कुछ महिलाएं अपने हाथों में तवा और बेलन लेकर गरबा खेल रही हैं. कई लोगों ने अपने बोतल में डीजल-पेट्रोल भी ले रखा है. ऐसा गरबा आपने शायद ही पहले कहीं देखा होगा.
सूरत में महंगाई के खिलाफ अनोखा गरबा खेलने वालों का कहना है कि नवरात्रि के समय में हम जो गैस सिलेंडर लेकर घूम रहे हैं ये एक अनोखा रास है लेकिन ये लोग रास गरबा नहीं है. वैश्वविक महामारी और महंगाई जो बढ़ रही है उसे रोकने का हमारा एक अभियान है और सोशल मीडिया द्वारा सरकार को एक ही संदेश देना चाहती हूं कि आज जो महंगाई बढ़ रही है इसको रोके और जो आम लोग हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं उन्हें सभी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए. सरकार सिर्फ कहती है मगर असल में सरकार कोई कदम नहीं उठाती है.
एक अन्य महिला का कहना है कि हम सरकार को कहना चाहते हैं कि महंगाई बढ़ रही है. हम सिलेंडर का वजन नहीं उठा रहे हैं. महंगाई की मार का वजन उठा रहे हैं. कहना चाहते हैं कि बस महंगाई बहुत हुई. हम लोगों ने गैस सिलेंडर, तेल का डिब्बा, आटे का डिब्बा, पेट्रोल लेकर रास गरबा खेला जो अभी बहुत महंगा हो रहा है. लोगों को जागरुकता आए कि थोड़ा विरोध करें और जो लोगों को महंगाई के चलते मुश्किल आ रही वो सरकार को संदेश दें कि महंगाई कम की जाए.