हाराष्ट्र में भाजपा को सत्ता में रोकने के लिए एआइएमआइएम ने महा विकास अघाड़ी में शामिल होने का आफर दिया है। औरंगाबाद से सांसद इम्तियाज जलील ने एनसीपी नेता और मंत्री राजेश टोपे से मिलकर यह संदेश शरद पवार तक पहुंचाने की अपील की है।
जलील ने महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना, राकांपा व कांग्रेस के साथ गठबंधन का सुझाव देते हुए कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) तीन पहियों वाले आटोरिक्शा से एक पहिया और जुड़ जाएगा तो आरामदायक कार बन सकती है, जो भाजपा को सत्ता में आने से रोकें।
जलील के प्रस्ताव को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने खारिज कर दिया, जबकि भाजपा ने यह कहते हुए कटाक्ष किया कि असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली पार्टी और शिवसेना के बीच इस तरह के गठजोड़ से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने कहा कि हमारी पार्टी को हमेशा बीजेपी की जीत के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है, कहा जाता है कि हम बीजेपी की ‘बी’ टीम हैं, इसलिए हमने उन्हें (राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस को) हमारे साथ गठबंधन करने का प्रस्ताव दिया. चूंकि वे महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ हैं, वे हमारे साथ गठबंधन करने के लिए कभी भी सहमत नहीं होंगे.
अंबादास दानवे और देवेंद्र फड़नवीस ने कही ये बात
शिवसेना नेता और एमएलसी अंबादास दानवे ने कहा कि उस पार्टी के साथ गठबंधन करने का कोई सवाल ही नहीं है, जो वंदे मातरम का विरोध करती है और रजाकारों की सोच पर चलती है।
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने एआईएमआईएम और महा विकास अघाड़ी दलों के बीच गठबंधन की खबरों पर कहा, ओवैसी की पार्टी के साथ शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस का गठबंधन शायद ही हमारे लिए कोई मायने रखता है. लोग हमें पीएम मोदी और हमारे द्वारा किए गए कार्यों के कारण वोट देते हैं. ये सभी राजनीतिक दल समान हैं, भले ही सभी एक साथ आ जाएं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
संजय राउत ने कही ये बात
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, इम्तियाज जलील एआईएमआईएम के सांसद हैं. मैं उनसे मिलता रहता हूं, इसका मतलब यह नहीं है कि हम उनके साथ गठबंधन कर रहे हैं. हम एआईएमआईएम के साथ गठबंधन बनाने की कल्पना नहीं कर सकते. इसके अलावा, एआईएमआईएम और बीजेपी के बीच एक गुप्त गठबंधन है, जिसे आपने यूपी चुनावों में देखा होगा.