दशहरा रैली करने की इजाजत के लिए शिवसेना का उद्धव ठाकरे कैंप बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) पहुंच गया है. उद्धव गुट यह मामला हाईकोर्ट इसलिए लेकर गया, क्योंकि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने अभी तक उसके आवेदन पर फैसला नहीं लिया है।
मुंबई में हर साल होने वाली शिवसेना की दशहरा रैली को लेकर इस बार उद्वव ठाकरे व पार्टी के बागी नेता व महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के बीच ठन गई है। ठाकरे इस साल भी मुंबई के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित करने की इजाजत को लेकर अड़े हुए हैं। शिवाजी पार्क में रैली की इजाजत को लेकर आज वे बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंच गए।
शिवसेना की ओर से हाईकोर्ट में याचिका अनिल देसाई ने दायर की है। उन्होंने याचिका में कहा है कि हमने बीएमसी से रैली की इजाजत के लिए अगस्त में आवेदन दिया था, लेकिन अब तक कोई निर्णय नहीं किया गया है। इसलिए हाईकोर्ट बीएमसी को हमें रैली की इजाजत देने का निर्देश दे।
बीएमसी ने कोई इजाजत नहीं दी तो उद्धव ठाकरे गुट की ओर से साफ कहा गया है कि वह उसकी मांग पर विचार करे या ना करे, उनकी रैली तो शिवाजी पार्क में ही होगी। इस बीच उद्धव की पार्टी की सहयोगी एनसीपी ने भी इसकी मांग का समर्थन कर दिया है।
शिवसेना की सालाना दशहरा रैली खास होती है। इसे पहले पार्टी सुप्रीमो बाला साहब ठाकरे संबोधित करते थे तो उनके निधन के बाद उद्धव ठाकरे संबोधित करते हैं। शिवसेना में पहली बार कोई ताकतवर गुट अलग हुआ है, इसलिए शिंदे खुद अपनी दशहरा रैली आयोजित कर रहे हैं। शिंदे सरकार ने अब तक पूर्व सीएम ठाकरे को शिवाजी मैदान में रैली की इजाजत नहीं दी है। इसलिए ठाकरे हाईकोर्ट की शरण में पहुंच गए हैं। कोर्ट उनकी याचिका पर 27 सितंबर को सुनवाई करेगी।