आसनसोल से बीजेपी के सांसद बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) ने राजनीति छोड़ने का ऐलान किया है। सुप्रियो ने सोशल मीडिया के जरिए संन्यास का ऐलान किया है. संन्यास के साथ ही उन्होंने सासंद पद से भी इस्तीफा दे दिया है. हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि बीजेपी (BJP) ही उनकी पार्टी है. बता दें कि हाल ही में नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल में उन्हें हटा दिया गया था.
बाबुल सुप्रियो ने यह भी कहा है कि उनके इस फैसले का संबंध मंत्रिमंडल से हटाए जाने से है। पिछले दिनों जब उन्हें कैबिनेट से हटाया गया था तो उन्होंने ट्वीट करके कहा था कि वह अपने लिए दुखी हैं। बाबुल ने फेसबुक पर एक लंबा पोस्ट लिखते हुए कहा कि उन्होंने पिछले कुछ दिनों में अमित शाह और जेपी नड्डा को राजनीति छोड़ने के फैसले के बारे में बता दिया था। उन्होंने लिखा, ”मैं उनका आभारी हूं कि उन्होंने मुझे कई मायनों में प्रेरित किया है। मैं उनके प्यार को कभी नहीं भूलूंगा।”
उन्होंने सोशल मीडिया में लिखा सब की बातें सुनीं, बाप, (माँ) पत्नी, बेटी, दो प्यारे दोस्तों मैं किसी और पार्टी में नहीं जा रहा. उन्होंने लिखा कि मुझे किसी भी पार्टी की तरफ से फोन नहीं आया. मैं एक टीम का खिलाड़ी हूँ! हमेशा एक टीम का समर्थन किया है. उन्होंने अपने इस्तीफे का ऐलान सोशल मीडिया में एक कविता के रूप में किया. उन्होंने लिखा कि अगर सामाजिक कार्य करना है तो वह राजनीति के बिना भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि अब मैंने राह बदलने का फैसला लिया है और लोगों की सेवा का उद्देश्य राजनीति के बिना भी पूरा हो सकता है.
उन्होंने कहा कि 2014 और 2019 के बीच बहुत बड़ा अंतर आ चुका है. उन्होंने कहा कि 2014 में मैं बीजेपी के टिकट से अकेला लड़ा था, लेकिन बंगाल में आज बीजेपी मुख्य विपक्षी दल है. आज पार्टी में नए चमकीले युवा नेता आ चुके हैं. पार्टी में उतने ही युवा नेता है जितने पुराने हैं. कहने की जरूरत नहीं है कि युवा नेताओं के पार्टी एक लंबा सफर तय करेगी.