गरुड़ पुराण 18 पुराणों में से एक माना जाता है. इस शास्त्र के आचारकांड में नीतिसार अध्याय है. जिसमें एक मनुष्य के जीवन में आने वाली परेशानियां और सुखी जीवन जीने के लिए काफी नीतियां बताई गई हैं. कई बार हम पुराणों में बताई गई इन बातों का नजरअंदाज कर देते हैं और बाद हमें हमें पछताना पड़ता है. गरुड़ पुराण में भी लाइफ मैनेजमेंट के ऐसे सूत्रों के बारे में बताया गया है जो हमें हमेशा याद रखना चाहिए.
धन का घंमड न करें
कुछ लोगों को पैसे का घमंड होता है और वो दूसरे लोगों को नीचा समझने लगते हैं या कई नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं. ऐसा करने से दूसरे लोगों के मन को ठेस पहुंचती है. किसी भी प्रकार से दूसरों को दुख पहुंचाना पाप माना गया है, इसीलिए भूलकर भी कभी घमंड नहीं करना चाहिए. हमेशा दूसरों का मान-सम्मान करना चाहिए.
बड़े-बुजुर्गों का अपमान न करें
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि कभी भी अपने से बड़ों का अपमान नहीं करना चाहिए. जो लोग अपने माता-पिता का अपमान करते हैं वह जिंदगी में कभी भी खुशी नहीं रह पाते हैं.
दूसरों की बुराई न करें
हमें कभी भी दूसरों की बुराई नहीं करनी चाहिए. हमें अपने काम पर ध्यान देना चाहिए. शास्त्रों में बुराई करना पाप माना गया है। ऐसा करने वाले लोग खुद के काम पर ध्यान नहीं दे पाते हैं. और बाकी लोगों से हमेशा पीछे रह जाते हैं. अगर आपको सफल इंसान बनना है तो दूसरों की बुराई और अपमान करने से बचना चाहिए.
दूसरों के सुख से न जलें
कुछ लोगों की आदत होती है कि वो दूसरों की खुशी को देखकर जलने लगते हैं. ऐसा करने से तनाव बढ़ता है. कभी भी दूसरों की खुशी को देखकर जलन की भावना न रखें. जो हमारे पास है हमें उसी में खुश रहना चाहिए. यदि हम दूसरों के खुशी को देखकर ईर्ष्या करेंगे तो कभी भी सुखी नहीं रह पाएंगे.