यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ने अभियान और तेज कर दिया है. गुरुवार को ऑपरेशन गंगा के तहत 628 लोगों को तीन फ्लाइट्स से वापस देश लाया गया है. केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे आपरेशन गंगा के तहत भोपाल की दो बहनें आज (गुरुवार) को अपने घर पहुंच गई.
दोनों बहनें मिली तिवारी और मुस्कान तिवारी साल 2017 में MBBS की पढ़ाई करने यूक्रेन गई थीं. मिली और मुस्कान ने बताया कि घर तक पहुंचने ने के लिए भारत देश का तिरंगा उनके लिए कैसे सुरक्षा कवच बना. मिली और मुस्कान ने बताया कि यूक्रेन में अगर कोई इंडिया का तिरंगा लेकर निकलता है तो कोई इस माहौल में भी कोई कुछ नहीं कहता.
दोनों बहनों ने बताया कि भारतीय छात्र ही नहीं बल्कि गैर मुल्कों के छात्र भी हाथ में तिरंगा लेकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंच रहे हैं. भारत के अलावा पाकिस्तान, तुर्की और नाइजीरिया के कई उनके जानने वाले छात्रों ने तिरंगा हाथ मे लेकर सफर तय किया ताकि उन्हें कोई नुकसान न पहुंचे. मिली ने बताया कि उसके विदेशी दोस्तों का कहना है कि उनके हाथों में तिरंगा देखकर हमें सुरक्षित निकले दिया गया.
2017 में MBBS की पढ़ाई करने गई थीं यूक्रेन
मिली तिवारी और मुस्कान तिवारी हैं. साल 2017 में MBBS की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गई हुई थीं. वह अपनी डिग्री पूरी करके ही घर आतीं, लेकिन अब हालात ऐसे बन गए कि उनको अपनी जान बचाकर बीच में ही घर लौटना पड़ा. उन्होंने बताया कि इस युद्ध के दौरान हमारा तिरंगा हमारी सुरक्षा की गारंटी बना है. इतना ही नहीं पाकिस्तानी छात्र भी हमारा झंडा लेकर सुरक्षित अपने देश के लिए निकल गए.
दोनों बहनों ने 5 दिन का सफर तय किया
दोनों बहनों ने मीडिया से बात करते हुए कहा-उन्होंने कीव से रोमानिया बॉर्डर पहुंचने के लिए 5 दिनों तक सफर किया। इस दौरान वह पैदल भी चले, इतना ही नहीं दो दिनों तक रिफ्यूजी कैंप में भी रहीं। इसी बीच हमारी राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने बहुत मदद की। खाने-पीने से लेकर आने तक का पूरा ख्याल रखा। रोमानिया के एयरपोर्ट से दिल्ली एयरपोर्ट तक और फिर उसके आगे घर तक पहुंचने का पूरा खर्चा सरकार ने ही उठाया हुआ है।
पाकिस्तान, तुर्की और नाइजीरिया तिरंगा पकड़े निकल रहे
मिली तिवारी और मुस्कान तिवारी ने बताया कि भारत के लिए यूक्रेन में बहुत सम्मान है। वहां हमारे देश के तिरंगे की लोग बहुत इज्जत करते हैं। अगर हाथ में कोई भारत का तिरंगा लेकर निकले तो कोई कुछ नहीं करेगा। इस दौरान उन्होंने बताया कि हमारे तिरंगे को अपने हाथों में लेकर भारत ही नहीं पाकिस्तान, तुर्की और नाइजीरिया के कई लोग निकल रहे हैं। उन्होंने रोमानिया बॉर्डर पहुंचने के लिए भारत का तिरंगा पकड़ा हुआ था।
दोनों बहनों ने बताया कि भारतीय छात्रों के अलावा पाकिस्तानी स्टूडेंट्स भी भारतीय फ्लैग लेकर बाहर निकल रहे थे। क्योंकि हमारे देश के झंडे को देखकर न यूक्रेन की सेना रोक रही है और न ही रूस की सैनिक कुछ कर रहे हैं। इसी बात का फायदा उठाकर पाकिस्तानी स्टूडेंट्स भी तिरंगे की आड़ में वहां से निकल रहे हैं।