भोपाल, 23 जून । राजधानी भोपाल के कुछ इलाकों में पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें उन्हें वांछित बताया गया है। पोस्टर में क्यूआर कोड भी दिया गया है, जिससे मोबाइल एप से स्केन करने पर कमलनाथ सरकार में हुए 15 महीने में हुए घोटालों की जानकारी दी गई है। पोस्टर में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को ‘करप्शन नाथ’ लिखा गया। कांग्रेस ने इन पोस्टरों को भाजपा की हरकत बताया है।
दरअसल, शुक्रवार सुबह शहर के मनीषा मार्केट क्षेत्र में लोगों ने उक्त पोस्टर लगे देखे। इसके बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है। कांग्रेस का कहना है कि चुनाव नजदीक आते ही भाजपा अपना वास्तविक चरित्र दिखाने लगी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक्शन लें, अगर एक्शन नहीं लेते हैं, तो यह साफ हो जाएगा कि ये उनके इशारे पर हुआ है।
हालांकि, अब तक यह नहीं पता चल सका कि पोस्टर किसने लगाए हैं। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि यह भाजपा के किसी नेता की हरकत है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से भाजपा घबरा गई है। 15 महीनों के शासन काल को प्रदेश की जनता ने पसंद किया।
कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कहा कि ‘भाजपा द्वारा कमलनाथ के आपत्तिजनक पोस्टर लगाना बता रहा है कि भाजपा में घबराहट है। सत्ता जाते हुए दिख रही है, तो बौखलाहट में आपत्तिजनक पोस्टर लगवा रहे हैं।’ वहीं, मप्र युवा कांग्रेस नेता विवेक त्रिपाठी ने कहा कि दोपहर तीन बजे कांग्रेसी हबीबगंज थाने के पोस्टर कांड के खिलाफ पुलिस से शिकायत करने जाएंगे।
पोस्टर विवाद पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने भी बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि पोस्टर कांड से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है। किसने यह पोस्टर लगाए, यह कमलनाथ जी बता सकते हैं। ये कांग्रेस की ही भीतरी लड़ाई है। कांग्रेस में जूतमपैजार, पुत्रों को आगे बढ़ाने की लड़ाई चल रही है।
वहीं, गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विचार करो कि कहीं कबीलों के कुनबों की कलाई तो फूट-फूटकर बाहर नहीं आ रही। फटा पोस्टर, निकला जीरो … कमोबेश यही है, जो सामने आता जा रहा है। कांग्रेस को थाना जाने से पहले विचार करना चाहिए कि कोई आस्तीन का सांप तो नहीं है।