- केसीआर के दौरे से बौखलाए शिवसेना नेता
मुंबई, 27 जून । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता भगीरथ भालके मंगलवार को अपने समर्थकों के साथ भारत राज्य समिति (बीआरएस) में शामिल हो गए। बीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव की मौजूदगी में सोलापुर जिले के मंगलवेढा में यह कार्यक्रम हुआ।
बीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने संगठन विस्तार के लिए ‘महोजवाला भारत’ (उज्ज्वल भारत) अभियान प्रारंभ किया है। इसी के तहत सोमवार को 600 गाड़ियों का काफिला लेकर केसीआर महाराष्ट्र में दाखिल हुए। पंढरपुर पहुंचकर भगवान विठ्ठल के दर्शन किए। इसके बाद सोलापुर में बीआरएस नेता धर्मना मुंडया सादुल के घर पहुंचे। धर्मना मुंडया सोलापुर से दो बार मेयर रहे हैं। वह कांग्रेस के टिकट पर यहां से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। केसीआर और धर्मना के बीच वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई।
केसीआर की इस यात्रा का पहला झटका एनसीपी को लगा है। सोलापुर जनपद के मंगलवेढा से पूर्व विधायक रहे भारत भालके के बेटे भगीरथ भालके मंगलवार को अपने कार्यकर्ताओं के साथ बीआरएस में शामिल हो गए। भगीरथ ने आरोप लगाया कि उनके पिता स्वर्गीय भरत भालके के निधन के बाद एनसीपी ने उनसे मुंह फेर लिया था, लेकिन केसीआर ने उन्हें सम्मान दिया, इसीलिए उन्होंने बीआरएस में जाने का फैसला लिया।
बहरहाल, केसीआर के महाराष्ट्र अभियान से शिवसेना संजय राऊत बुरी तरह से बौखला गए हैं। शिवसेना ठाकरे गुट के सांसद ने केसीआर को भाजपा की बी टीम करार दिया। केसीआर के मंदिर जाने पर राऊत ने पूछा कि केसीआर कब से विठ्ठल भक्त हो गए…? बतौर राऊत केसीआर ऐसी नौटंकियां करते रहेंगे तो वह अपना गृहराज्य तेलंगाना भी खो देंगे। राऊत ने केसीआर के 600 गाड़ियों के काफिले पर भी ऐतराज जताया है। राऊत ने कहा कि भगवान के मंदिर जाने वाले ऐसा दिखावा नहीं करते।