अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के साथ ही लोग कैसे भी हो, बस देश छोड़ने की कोशिश में हैं. कई देश भी वहां से अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए स्पेशल प्लेन भेजा है. सोमवार को जहां दुनिया ने उड़ते विमान से नीचे गिर रहे लोगों को देखा, तो वहीं अब मंगलवार को एक और तस्वीर आई है जो वहां की भयावह स्थिति बयां करने के लिए काफी है.
अमेरिका के एक प्लेन का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रहा है. मंगलवार को काबुल एयरपोर्ट से जब अमेरिकी वायुसेना का सी-17 ग्लोबमास्टर (C-17 Globemaster) उड़ान भरने जा रहा था, तब उसके चारों तरफ सैकड़ों अफगानी दौड़ लगा रहे थे. प्लेन के अंदर भी ऐसा ही हाल था. एक फोटो में देखा जा सकता है कि विमान में सैंकड़ों लोग बैठे हुए है, वे किसी तरह खड़े होकर बस देश से निकलना चाहते हैं.
अमेरिका ने अपने सी-17 ग्लोबमास्टर विमान से अफगानिस्तान में फंसे 800 अमेरिकी लोगों को एक बार में ही सुरक्षित रूप से बाहर निकाला है. इस विशालकाय विमान के सिंगल फ्लोर पर अधिकतम 134 लोगों के बैठने की ही जगह होती है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि विमान के अंदर लोगों को कैसे बैठाया गया होगा और उनकी हालत क्या होगी. विमान के अंदर 80 लोग पैलेटों पर और साइडवॉल सीटों पर 54 लोग बैठ सकते हैं. हैरानी की बात यह भी है कि यूएस एयरफोर्स के सी-17 विमान के क्रू ने भीड़ से भरे होने के बाद भी विमान को गंतव्य तक ले जाने का फैसला किया.
अमेरिकी रक्षा अधिकारियों ने कथित तौर पर कहा कि इन यात्रियों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. इन सभी लोगों को रविवार को काबुल से कतर ले जाया गया. डिफेंस वन ने बताया कि उड़ान का इतना बड़ा भार उठाने का इरादा नहीं था. लेकिन कुछ घबराए हुए लोग C-17 के आधे खुले रैंप के जरिए इसमें घुस गए.
ये फ्लाइट उन फ्लाइटों से में एक थी, जिसने सैकड़ों लोगों के साथ उड़ान भरी. वहीं, अन्य फ्लाइट ने इससे भी अधिक संख्या में अफगान नागरिकों के साथ उड़ान भरी है. सोमवार को काबुल एयरपोर्ट पर देश छोड़कर भाग रहे अफगान नागरिकों की बेचैनी देखने को मिली. लोगों को सैन्य विमानों के ऊपर चढ़ते हुए देखा गया.
वहीं, एक विमान ने उड़ान भरी और इस पर चढ़े हुए 3 लोगों की आसमान से नीचे गिरने की वजह से मौत हो गई. स्थानीय लोगों के मुताबिक, देश छोड़ने के लिए ये लोग मिलिट्री प्लेन के टायरों के बीच में खड़े हो गए थे. काबुल एयरपोर्ट से टेक ऑफ करने के बाद जैसे ही प्लेन हवा में पहुंचा, ये लोग एक-एक कर नीचे गिरने लगे. इसके अलावा, काबुल एयरपोर्ट के वीडियो भी सामने आए, जिसमें सैकड़ों लोगों को सैन्य विमानों के साथ दौड़ते हुए देखा गया.
भारत ने भी काबुल में फंसे अपने दूतावास के अधिकारियों और जवानों को निकालने के लिए सी-17 ग्लोबमास्टर विमानों को ही भेजा है. तालिबान के बढ़ते खतरे के बीच अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास के सभी कर्मचारियों को निकाल लिया गया है. सीएनएन न्यूज18 को मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय वायुसेना के विमान ने आज सुबह कर्मचारियों और सभी जरूरी दस्तावेजों को लेकर राजधानी काबुल के एयरपोर्ट से उड़ान भरी. यह विमान पहले जामनगर और फिर हिंडन एयरबेस पहुंचेगा. विमान के दोपहर करीब 1 बजे तक हिंडन पहुंचने की उम्मीद है.