देश का पूर्वोत्तर राज्य असम एक बार फिर से बाढ़ (Assam Flood) की चपेट में है. इस बार तेज बारिश के साथ साथ भूस्खलन (Landslide) ने लोगों की समस्याओं को दोगुना कर दिया है. पिछले तीन दिनों से अलग अलग जगहों पर भूस्खलन से राज्य में कई लोगों की मौत हो चुकी है. बाढ़ की वजह से इस समय असम करीब 75 हजार लोग प्रभावित हुए हैं.
राज्य में भीषण बारिश के कारण लोग यहां-वहां फंसे हुए हैं. जानकारी के अनुसार भारी बारिश के चलते अब तक 18 जिले प्रभावित हुए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, भारी बारिश और बाढ़ के कारण अब तक 13 तटबंध टूट गए, 64 सड़कें और एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है.
अधिकारियों के अनुसार, राज्य के कम से कम 18 जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है. कामरूप मेट्रो, कामरूप, नलबाड़ी और बारपेटा से ताजा क्षेत्रों में बाढ़ की सूचना है. 18 जिलों में बाढ़ से करीब 75 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, जबकि मानस नदी कुछ स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
गुवाहाटी में अनिल नगर, नबीन नगाए, जू रोड, सिक्स माइल, नूनमती, भूतनाथ, मालीगांव जैसे इलाकों में लगातार तीसरे दिन भी जलभराव जारी रहने से गुवाहाटी में जनजीवन ठप हो गया है. प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक रूप से घर के बाहर नहीं आने की अपील की है. बाढ़ और भूस्खलन की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने 16 अलग अलग राहत शिवरों में 1224 लोगों को ठहराया है.
असम में अगले कुछ दिन और बारिश होने की संभावना है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि 17 जून तक राज्य के कई जिलों में भारिश बारिश की संभावना है. अलर्ट के बाद कई जिलों में स्कूल कॉलेज को बंद कर दिया गया है.
भारी बारिश से शहर के कई हिस्सों में सड़कों पर पानी भर गया है. इनमें सबसे ज्यादा प्रभावित अनिल नगर, नबीन नगर, राजगढ़ लिंक रोड, रुक्मिणीगांव, हाटीगांव और कृष्णा नगर हैं. अधिकारी ने बताया कि इन इलाकों में तैनात एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने और उन्हें राहत सामग्री मुहैया कराने के लिए नावों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
असम बिजली वितरण कंपनी लिमिटेड (एपीडीसीएल) शहर में बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए चौबीस घंटे काम कर रही है, जहां मंगलवार से बिजली नहीं है. पीने के पानी के टैंकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भेजे गए हैं. कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे जरूरी काम होने पर ही अपने घरों से बाहर निकलें.