बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख को इस साल ‘दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड 2022’ से सम्मानित किया जा रहा है। 60-70 के दशक में अपनी खूबसूरती और अभिनय से भारतीय सिनेमा में शानदार योगदान के लिए आशा पारेख को भारत का सर्वोच्च फिल्म सम्मान दिया जा रहा है। इस बात की जानकारी खुद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की है। एक्ट्रेस को ये अवॉर्ड 30 सितंबर को दिया जाएगा।
इससे पहले भी साल 1992 में उन्हें फिल्मों में बेहतरीन अमिनय करने के लिए 1992 में भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया जा चुका है। पिछले साल रजनीकांत को 2019 के दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। फिर कोरोना महामारी के कारण पुरस्कारों का ऐलान नहीं हो सका था। इस बार हालात सामान्य होने पर फिर से पुरस्कारों का ऐलान किया गया है।
आशा पारेख को हिंदी फिल्मों के इतिहास में सबसे प्रभावशाली एक्ट्रेस में से एक माना जाता है। पारेख ने 1960 और 1970 के दशक में अपने करियर की ऊंचाईयों को छुआ। लेकिन उन्होंने अपने करियर की शुरुआत महज 10 साल की उम्र में की थी। उन्होंने साल 1952 में फिल्म ‘मां’में काम किया था। फिल्म निर्माता बिमल रॉय ने उन्हें कास्ट किया था।
इसके बाद उन्हें कई फिल्मों में अभिनय करने का मौका मिला। फिर कुछ फिल्में करने के बाद उन्होंने शिक्षा पूरी करने के लिए एक ब्रेक लिया और साल 1959 लेखक-निर्देशक नासिर हुसैन की फिल्म ‘दिल देके देखो’ में मुख्य अभिनेत्री के रूप में वापसी की, जिसमें शम्मी कपूर भी थे।
आशा और हुसैन ने एक साथ कई हिट फिल्में दीं, जिनमें ‘जब प्यार किसी से होता है’ (1961), ‘फिर वही दिल लाया हूं’ (1963), ‘तीसरी मंजिल’ (1966), ‘बहारों के सपने’ (1967), ‘प्यार का मौसम’ (1969), और ‘कारवां’ (1971) शामिल हैं। इसके अलावा आशा पारेख को राज खोसला की ‘दो बदन’ (1966), ‘चिराग’ (1969), और ‘मैं तुलसी तेरे आंगन की’ (1978) के लिए जाना जाता है। इसके बाद उन्होंने शक्ति सामंत की फिल्म’कटी पतंग’ में काम किया, जिससे बड़े पर्दे पर उनकी छवि में बदलाव आया और उन्हें गंभीर और दुखी किरदार वाले रोल मिलने लगे।
इन बॉलीवुड सितारों को भी मिल चुका है अवॉर्ड
सरकार द्वारा आयोजित किए जाने वाले ‘दादा साहेब फाल्के’ अवॉर्ड्स से अब तक कई बॉलीवुड सितारों को नवाजा गया है। साल 2012 में हिंदी सिनेमा के सबसे लोकप्रिय विलन एक्टर प्राण को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इसके बाद साल 2013 में गीतकार गुलजार, 2014 में शशि कपूर, 2015 में मनोज कुमार, 2017 में विनोद खन्ना, 2018 में महानायक अमिताभ बच्चन और साल 2021 में साउथ और हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार रजनीकांत को हिंदी सिनेमा में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।