महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए मामलों में लगातार कमी के बाद एक बार फिर कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant) ने चिंता बढ़ा दी है. इसके सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं. पिछले तीन दिनों में पूरे महाराष्ट्र में कोरोना के मामले 6 हजार से 10 हजार तक पहुंच गए हैं, जबकि बीते कई हफ़्तों से ये लगातार घट रहे थे.
जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र के कई जिलों में कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant) सामने आया है जिसके बाद से मामलों में तेजी देखी जा रही है. महाराष्ट्र में 21 जून को 6270 कोरोना वायरस के मामले सामने आए थे, 22 जून को ये बढ़कर 8470 हो गए. इसके बाद 23 जून को पूरे महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 10000 से ज्यादा मामले सामने आए.
केंद्र सरकार ने डेल्टा प्लस वेरिएंट को ‘चिंताजनक स्वरूप’ (वीओसी) के रूप में टैग किया गया है और अगर मामले ज्यादा बढ़ते हैं तो महाराष्ट्र सरकार को राज्य में एकबार फिर प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है.
फिर लग सकता है लॉकडाउन
महाराष्ट्र के कई जिलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant in Maharashtra) के मामले आने के बाद राज्य सरकार ने गुरुवार (24 जून) को इस मुद्दे पर कैबिनेट की बैठक की. बैठक में पूरे राज्य में एक बार फिर लॉकडाउन लगाने पर चर्चा की गई. बैठक में राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय ने विशेषज्ञों और मंत्रियों को नए संस्करण के मुद्दे पर जानकारी दी और इसकी उपस्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की. बताया जा जा रहा है कि अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो जल्द पाबंदियों का ऐलान किया जा सकता है.
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले
बता दें कि पूरे भारत में 41 डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले हैं, जिनमें से 21 अकेले महाराष्ट्र में हैं. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) ने बताया था कि महाराष्ट्र के सात जिलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant) दस्तक दे चुका है और कई मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि अधिकारी ऐसे मामलों को अलग कर रहे हैं और संक्रमितों की ट्रेवल हिस्ट्री का विवरण निकालकर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर रहे हैं.
राजेश टोपे (Rajesh Tope) ने कहा कि राज्य सरकार ने जीनोम अनुक्रम अध्ययन के लिए नमूने भेजने का फैसला किया है. उन्होंने आगे बताया, ‘अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित किसी मरीज की मौत नहीं हुई है. इस प्रकार के लक्षण और उपचार समान हैं. कोई भी बच्चा नए वैरिएंट से संक्रमित नहीं हुआ है.’
डेल्टा प्लस वेरिएंट के सबसे ज्यादा मामले रत्नागिरी में है जहां पर 9 केस सामने आए हैं. वहीं जलगांव में 7 मामले हैं, मुंबई और पालघर में दो-दो मामले सामने आए हैं और ठाणे में 1 केस सामने आया है. महाराष्ट्र सरकार ने इस खतरनाक डेल्टा प्लस वेरिएंट को रोकने के लिए तैयारी भी कर ली है.
अनलॉक से बढ़े केस
महाराष्ट्र के कई जिलों में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू है. जिसके चलते बाजार फिर से खुल चुके हैं. लोकल ट्रेन, मॉल और बाजारों में भीड़ नज़र आ रही है जिसका सीधा सा संबंध कोरोना के बढ़ते केसों से भी माना जा रहा है. फिलहाल महाराष्ट्र सरकार की सबसे बड़ी चिंता बनी है कोरोना वायरस का नया म्यूटेंट डेल्टा प्लस वेरिएंट जिसके सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में हैं.
मुंबई समेत महाराष्ट्र के सभी बड़े शहरों को पूर्ण रूप से खुलने के बाद बाजारों में जो भीड़ आ रही है उससे कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ रहे हैं. कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनज़र यह आंकड़े बढ़ना सही नहीं है. फिलहाल महाराष्ट्र सरकार है अलर्ट पर है.
इसके साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने अधिकारियों को राज्य के सात जिलों पर ध्यान केंद्रित करने का आदेश दिया है, जहां संक्रमण दर अधिक है. सीएम ठाकरे ने इस तथ्य पर भी जोर दिया कि अगर वायरस फैलने का खतरा है तो प्रतिबंधों में ढील देने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सतारा, सांगली, कोल्हापुर और हिंगोली जिलों के कलेक्टरों से बात करते हुए कहा कि सभी जिलों में तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, फील्ड अस्पताल स्थापित करने की योजना बनानी चाहिए.